देव दीपावली पर उन्नाव में जगमग हुए देवालय

जागरण संवाददाता उन्नाव कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को देव दीपावली मनाई। शाम होते ही गंगा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 12:14 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 12:28 AM (IST)
देव दीपावली पर उन्नाव में जगमग हुए देवालय
देव दीपावली पर उन्नाव में जगमग हुए देवालय

जागरण संवाददाता, उन्नाव : कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को देव दीपावली मनाई। शाम होते ही गंगा के किनारे से लेकर मंदिर तक दीयों की रोशनी से जगमगा उठे।

कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर सनातन संस्कृति के अनुरूप जनपद के राजा शंकर सहाय इंटर कॉलेज स्थिति श्री रामेश्वर महादेव मंदिर व श्री झंडेश्वर महादेव मंदिर बड़ा चौराहा में जूना अखाड़ा के महंत थानापति दुर्वासानंद सरस्वती व विश्व हिदू महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार निगम के नेतृत्व में दीपक जलाकर देव दीपावली मनाई गई। श्री रामेश्वर महादेव मंदिर प्रबंध कमेटी ने विहिम प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार निगम का शाल डालकर स्वागत किया। गोपल बाजपेई, शिवम बाजपेई, कृष्णा तिवारी, रवि बाजपेई, अविनाश निगम,, नंद किशोर अवस्थी, सूर्यकुमार गुप्ता, नवीन गौड़ आदि लोग उपस्थिति रहे। इसी क्रम में श्री झंडेश्वर महादेव मंदिर में भी महिलाओं द्वारा दीपोत्सव कार्यक्रम में दीप जलाकर किया गया जिसमे प्रमुख रूप से बिट्टो सिंह, सुनीता शर्मा, रेनी, रामा शर्मा आदि लोग उपस्थिति रही। हिदू जागरण मंच के प्रांतीयमंत्री विमल द्विवेदी ने कई मंदिरों में दीपक जलाए वहीं हिदू युवा वाहिनी के मंडल प्रभारी धीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में वाहिनी कार्यकर्ताओं दीया जला देव दीपावली मनाई।

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सुनी पुकार दातार प्रभु 'गुरु नानक' जग माहि पठाया

- कोरोना के चलते सोमवार को गुरुनानक जयंती सादगी के साथ मनाई गई। गुरुद्वारा में सबद कीर्तन गुरुनानक देव के जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला गया। श्रद्धालुओं ने गुरुग्रंथ सहिब के सामने माथा टेका। सबद कीर्तन में गुरुनानक जी की महिमा का गुणगान किया गया। बाद में लंगर का आयोजन किया गया।

गुरुनानक जयंती पर सोमवार को पूर्व वर्षों की तरह भीड़ नजर नहीं आई। गुरुद्वारा में अखंड पाठ का आयोजन किया गया समापन पर सबद कीर्तन हुए। रागी जत्था के शुभम् सिंह ने 'सुनी पुकारि दातार प्रभ गुरु नानक जग माहि पठाया' सुनाया। भाई अमर सिघ ने कथा के द्वारा गुरु नानक साहिब के जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला। सबद कीर्तन और अखंड पाठ के समापन पर प्रसाद वितरण हुआ। उसके बाद लंगर शुरु हुआ जिसमें लोगों ने प्रसाद छका। खास बात यह रही पूर्व के वर्षों में पास पड़ोस के जनपदों से भी सिख् समुदाय के लोग जयंती समारोह में शामिल होते थे लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थानीय लोग ही शामिल हुए। गुरुसिंह सभा के पदाधिकारी और सिख समुदाय के लोगों ने विशेष सहयोग किया।

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