आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्तनपान की जगाएं अलख

आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्तनपान की जगाएं अलख

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Aug 2022 04:00 AM (IST) Updated:Tue, 02 Aug 2022 04:00 AM (IST)
आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्तनपान की जगाएं अलख
आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्तनपान की जगाएं अलख

आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्तनपान की जगाएं अलख

जागरण संवाददाता, उन्नाव : सोमवार को जिले में स्तनपान सप्ताह का शुभारंभ किया गया। सीएमओ डा. सत्यप्रकाश ने महिला जिला अस्पताल सभागार में बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने अपने गांव में घर-घर संपर्क कर धात्री को स्तनपान कराने के लिए प्रेरित करने को। महिला जिला अस्पताल सीएमएस डा. अंजू दुबे ने स्तनपान कराने के फायदे भी बताए।

सीएमओ ने कहा नवजात शिशु को मां का पहला गाढ़ा दूध एक घंटे के अंदर पिलाना चाहिए जिससे बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बच्चा कुपोषण से मुक्त रहता है। मानसिक विकास के लिए यह बहुत उपयोगी है। सीएमएस ने कहा कि स्तनपान से बच्चे के साथ साथ मां को भी कई प्रकार के शारीरिक और मानसिक फायदे होते हैं इसलिए बच्चे को मां का पहला गाढ़ा दूध पिलाना अति आवश्यक है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.नरेंद्र सिंह ने कहा सात अगस्त तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर घर जाकर माताओं को यह संदेश देंगी कि छह माह तक बच्चे को सिर्फ मां का स्तनपान ही पर्याप्त पोषण है। एसीएमओ डा. आरके गौतम ने स्तनपान से बच्चों और मां को होने वाले फायदा बताए। गोष्ठी से पूर्व सभी ने राज्यपाल का संबोधन सुना। बैठक में जिला अस्पताल में भर्ती धात्री माताएं व डा. जयशंकर सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ अरविंद, हास्पिटल मैनेजर ममता श्रीवासतव, एसीएमओ डा. हरिनंदन प्रसाद मौजूद रहे।

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स्तन पान से शिशु को होने वाले फायदे

- मां का दूध बच्चे को रोग से लड़ने की क्षमता देता है। मां के स्तन से पहली बार निकलने वाले दूध के साथ गाढ़ा पीले रंग का होता है। जिसे कोलोस्ट्रम कहते हैं इससे शिशु को संक्रमण से बचाने और प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने में मदद मिलती है

-मां का दूध शिशु के लिए सुपाच्य होता है। स्तनपान से रक्त कैंसर मधुमेह और उच्च रक्तचाप का खतरा कम हो जाता है। स्तनपान कराने वाली मां और शिशु के बीच भावनात्मक रिश्ता बहुत मजबूत होता है।

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