दिन में खिली धूप पर ठिठुरन बढ़ी

उन्नाव, जागरण संवाददाता : पिछले चार दिनों से मौसम का मिजाज लगातार लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। र

By Edited By: Publish:Sun, 04 Dec 2016 09:41 PM (IST) Updated:Sun, 04 Dec 2016 09:41 PM (IST)
दिन में खिली धूप पर ठिठुरन बढ़ी

उन्नाव, जागरण संवाददाता : पिछले चार दिनों से मौसम का मिजाज लगातार लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। रविवार सुबह भी कोहरे का कहर लोगों के लिए बाधा बना रहा। इस बीच दोपहर धूप खिली तो लोगों ने कुछ राहत महसूस की। वैसे दोपहर 12 बजे तक धुंध छायी रही और सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। रेल और बस यातायात पर सबसे ज्यादा कोहरे के कारण प्रभावित रहा। ट्रेनें पटरियों पर आगे का रास्ता तलाश रही है। हालत यह है कि ट्रेन 12 घंटे से ज्यादा विलंब अपने ठहराव स्टेशनों पर पहुंची। इससे कैफियत, राप्ती सागर एक्सप्रेस, साबरमती आदि लंबी दूरी की ट्रेने घंटों विलंब से पहुंची।चार दिनों से लगातार कोहरा, और ठंड लोगों के लिए समस्या बनी हुई है। रविवार को भी धुंध कुछ ऐसी छायी कि वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा और उन्हें रेंग रेंग कर आगे बढ़ना पड़ा। वहीं ठंड भी रोज की अपेक्षा अधिक हो गई। इससे सड़क परिवहन और रेल परिवहन दोनों बाधित रहे। शनिवार रात में धुंध अधिक होने की वजह से एक घंटे का सफर चार से पाचं घंटे में पूरा हो रहा है। दिन के मुकाबले रात में अधिकतम तापमान में हो रही गिरावट ठिठुरन को बढ़ा रही है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों पर ठंड में यात्री ठिठुर रहे हैं। तो दूसरी ओर सड़क और रेल यातायात के प्रभावित होने की वजह से यात्री भूखे पेट सफर करने के लिए मजदूर है।

ट्रेनों की रफ्तार पड़ी धीमी, घंटों देरी से चली : अप्रभावित ट्रेनों की सूची में कैफियत साढ़े 15 घंटा, साबरमती 20:30 मिनट, प्रतापगढ़ साढ़े सात घंटा, राप्ती सागर एक्सप्रेस पौने तीन घंटा की देरी से वाया उन्नाव कानपुर को जा रही हैं। इसी प्रकार उन्नाव के रास्ते लखनऊ जाने वाली ट्रेनों में मरुधर 14:28 घंटे, कैफियत 13 घंटे और राप्तीसागर नौ घंटे की देरी से चल रही थीं। पनकी मेमू, लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस का हाल भी कुछ अच्छा न था। नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस करीब चार घंटे की देरी से लखनऊ पहुंची थी। रोडवेज बसों का भी हाल अच्छा नहीं था। कोहरे की चाद में लिपटी बस रोड हाइवे पर रेंगती नजर आई। रात में जिन ट्रेनों से वह जर्नी कर रहे हैं, वह ट्रेन 16 से 20 की देरी से चल रही है।

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