ठंड से ठिठुर रहे 1200 परिवार, गृहमंत्री से गुहार

संवाद सहयोगी, हसनगंज : केंद्र सरकार हर किसी के घर की छत देने के लिए प्रधानमंत्री आवास य

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Dec 2018 07:12 PM (IST) Updated:Thu, 27 Dec 2018 07:12 PM (IST)
ठंड से ठिठुर रहे 1200 परिवार, गृहमंत्री से गुहार
ठंड से ठिठुर रहे 1200 परिवार, गृहमंत्री से गुहार

संवाद सहयोगी, हसनगंज : केंद्र सरकार हर किसी के घर की छत देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना को पंख लगाने में जुटी है। वहीं जिले में योजना का हाल यह है कि गरीबों को खुले आसमान के नीचे ¨जदगी गुजारनी पड़ रही है। भीषण ठंड में आवास योजना के एक नहीं बल्कि 1200 लाभार्थी बिना घर के सर्द हवाओं को खुले में सहन कर रहे हैं। डूडा की लापरवाही व अनदेखी को दिल्ली में गृहमंत्री के सामने रखा गया है। भाजपा पिछड़ा मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने गृहमंत्री राजनाथ ¨सह के सामने लाभार्थियों के दर्द को रखा है। गृहमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

जब प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की गई तो कस्बा मोहान और न्योतनी में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों ने अपने कच्चे घर यह सोच कर गिरा दिए की अब जल्दी ही वह भी पक्के घर में रहेंगे। हाय री किस्मत कि विभाग की लापरवाही घर होने के सपने पर भारी पड़ गई। तीन महीनों से पैसा नहीं आने से लाभार्थियों को घरों की दीवार खड़ी हैं और छत नहीं पड़ सकी है। इस कारण ¨जदगी खुले आसमान के नीचे कट रही है। भाजपा नेता दुर्गेश राठौर ने दिल्ली पहुंचकर ग्रहमंत्री राजनाथ ¨सह को ज्ञापन देकर मामले से अवगत कराया और जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।

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इन्हें है घर की आस

योजना के तहत राम स्नेही सैनी, राम प्यारी, राजेश, पुरवीदीन, खलील, हारून, पंचम, वाहिद सहित 695 लोगों को पहली और दूसरी किश्त दे दी गयी, जबकि न्योतनी में 450 लोगों को पहली और दूसरी ़िकस्त ही मिली है जिससे उनके महीनों से आधे अधूरे मकान बनकर रुके पड़े हैं। सलखेमऊ की राम प्यारी बताती हैं कि दो महीने से उनके घर का निर्माण कार्य रुका पड़ा है जिससे उनको बैठने तक कि जगह नही है पड़ोस के यहां कमरा लेकर रहना पड़ रहा है। रामसनेही ने बताया कि दीवाल खड़ी कर ली है अब पैसा आये तो बनवाये, तब तक पन्नी डाल कर रात गुजार रहे हैं।

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रिश्वत मांगने की हो चुकी शिकायत

कस्बा मोहान के रियाज ने डूडा कर्मचारियों पर किस्त जारी करने के लिए रिश्वत मांगे जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि जो डूडा कार्यालय जाकर अधिकारियों की जेब गर्म कर आता है उसकी ़िकस्त आ जाती है नही तो महीनों तक टहलाया जा रहा है।

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