मुंह में शिकार दबाकर किसने मचाई दहशत

शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : जिले में बाघ की दहशत ने इस कदर लोगों के दिलों दिमाग में हलचल पैदा कर रखी ह

By Edited By: Publish:Sun, 23 Nov 2014 10:40 PM (IST) Updated:Sun, 23 Nov 2014 10:40 PM (IST)
मुंह में शिकार दबाकर किसने मचाई दहशत

शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : जिले में बाघ की दहशत ने इस कदर लोगों के दिलों दिमाग में हलचल पैदा कर रखी है कि रात को सूनसान सड़कों पर चलते वक्त उन्हें ऐसा लगता है मानों उनका कोई पीछा कर रहा है। शनिवार की रात को बैराज के जंगल से करीब छह किमी दूर स्थित पिपरी गांव में स्थित एक पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारियों ने एक विशालकाय जानवर को देखा। यह अज्ञात जानवर अपने मुंह में शिकार दबाए हुए था, जिससे लगातार खून रिस रहा था। जानवर को देखते ही कर्मचारियों के रोंगटे खड़े हो गए और सर्द रात में चेहरों पर पसीना आ गया। अज्ञात जानवर उनके सामने पेट्रोल पंप की सीमा के सामने से निकल गया। भय के कारण कर्मचारी दरवाजे बंद कर सो गए। सुबह सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची और जांच पड़ताल कर बाघ के न होने की पुष्टी की है।

पिपरी गांव की खेतों के बीच स्थित मेन सड़क के किनारे स्थित पेट्रोल पंप पर काम करने वाले लाला धोबी व बिहारी ने लड़खड़ाती आवाज में बताया कि शनिवार की देर रात करीब 11.30 बजे दोनों लोग खाना खाने के बाद पेट्रोल पंप के परिसर में खड़े थे। कोहरे के बीच झाड़ियों के बीच से एक विशाल काय जानवर निकला कर आया, जिसके मुंह में उसका शिकार दबा हुआ था। जानवर उनके सामने से होता हुआ सड़क के दूसरी ओर चला गया। यह देख बाघ के बारे में सोच कर दोनों के चेहरों को रंग पीला पड़ गया। सुबह जब दोनों की आंख खुली तो दोनों उसी स्थान पर गए, जहां से बाघ निकला था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसी जगह पर भारी मात्रा में खून पड़ा हुआ था। खून देख कर बाघ होने की चर्चा पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। ग्रामीणों के बीच बाघ के वापस लौट आने की चर्चा शुरू हो गई। इस बात की खबर जब बैराज पर टीम तक पहुंची तो पुष्टी के लिए टीम भी मौके पर पहुंची। टीम ने बताया कि खून के निशान पेट्रोल पंप के पास कुछ दूरी तक मिले हैं इसके बाद निशान नहीं है, जिससे उन्होंने बाघ के होने की बात से इंकार कर दिया।

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