31 दिन में डायरिया व बुखार ने ली 26 की जान

By Edited By: Publish:Sat, 03 Aug 2013 01:17 AM (IST) Updated:Sat, 03 Aug 2013 01:19 AM (IST)
31 दिन में डायरिया व बुखार ने ली 26 की जान

उन्नाव, नगर संवाददाता : संक्रामक रोगों का कहर बदस्तूर जारी है। बुखार और डायरिया के प्रकोप का आलम यह है जुलाई माह के 31 दिनों में डायरिया और बुखार से जिला अस्पताल में भर्ती होने वाले रोगियों में 26 की जान चली गई। जबकि बुखार के 66 और डायरिया के 122 रोगी उपचारित किए गए।

गुजरे चार माह में गांव से लेकर शहर तक डायरिया और वायरल बुखार का कहर लगातार चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों और निजी अस्पतालों को छोड़ दिया जाए तो जिला अस्पताल के आंकड़े ही इस बात के गवाह हैं कि जिले में डायरिया और बुखार का प्रकोप पूरे सवाब पर है। जिला अस्पताल में गुजरे जुलाई माह में बुखार के 66 और डायरिया के 122 रोगी भर्ती कराए गए। इनमें से 22 बुखार रोगियों की हालत गंभीर होने से उन्हें कानपुर और लखनऊ रिफर किया गया जबकि 46 को उपचारित कर ठीक किया। बुखार और डायरिया के उक्त रोगियों में 26 को जान से हाथ धोना पड़ा। यह वह मौतें हैं जो जिला अस्पताल में हुई। इसके अलावा ग्रामीण आंचलों में मरने वालों की संख्या अलग से हैं।

नहीं लग रहा संक्रामक रोगों पर नियंत्रण

संक्रामक रोगों पर प्रभावी नियंत्रण पाने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय ने लगातार आदेश निर्देश जारी किए पर अधिकांश का अमल नहीं हो पाया। पानी की टेस्टिंग का काम खाना पूर्ति तक सीमित रहा और क्लोरीन की टेबलेट कहां बांटी गई यह कोई नहीं जानता है।

फॉगिंग भी नहीं हुई

मच्छरों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए नालियों में दवा का छिड़काव और शहरी क्षेत्र में फागिंग कराने का जो आदेश नगर पालिका और नगर पंचायतों के अधिशाषी अधिकारियों को दिया गया उस पर अमल नहीं किया गया। शहर ही फागिंग नहीं कराई गई नतीजा है मलेरिया और बुखार के रोगी बढ़ रहे हैं।

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