बिन कंबल ठिठुर रहे जिला अस्पताल के मरीज

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By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Dec 2018 10:34 PM (IST) Updated:Thu, 13 Dec 2018 10:34 PM (IST)
बिन कंबल ठिठुर रहे जिला अस्पताल के मरीज
बिन कंबल ठिठुर रहे जिला अस्पताल के मरीज

संवादसूत्र, सुलतानपुर : पहाड़ों पर भीषण बर्फबारी से ठंड काफी बढ़ गई है। बावजूद इसके सार्वजनिक स्थलों पर लोगों को सर्दी से राहत देने के सरकारी इंतजाम अभी तक नहीं किए गए हैं। जिला अस्पताल में भर्ती अधिकतर मरीजों को कंबल नहीं दिए जा रहे हैं। रात में सर्दी बढ़ने पर वे ठिठुरने को मजबूर हो रहे हैं। इससे उनकी हालत बिगड़ रही है। पूरी रात मरीजों को सर्द हवाओं का सितम सोने नहीं दे रहा। ऐसे में कुछ मरीज घर से कंबल का इंतजाम कर रहे हैं, लेकिन गरीब मरीजों के पास ठिठुरने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बेहतर सेवाएं मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। निजी अस्पतालों से अच्छी सुविधा मरीजों को दी जा सके, इस लिए लाखों-करोड़ों रुपये का बजट प्रतिवर्ष स्वास्थ्य विभाग को आवंटित किया जाता है। इसके बाद भी जिला अस्पताल, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती रोगियों को निम्न स्तरीय सुविधाएं मिल रही हैं। जिला अस्पताल के आर्थो वार्ड में भर्ती 40 फीसद मरीजों को कंबल नहीं दिया गया है। तीमारदारों का कहना था कि बुधवार शाम को ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स से कंबल मांगा तो उन्होंने अनसुना कर दिया, जिसके बाद घर से गर्म कपड़े मंगवाए गए। इसी तरह जनरल, सर्जिकल, बाल रोग व आपदा प्रबंधन वार्डों में भर्ती ज्यादातर मरीजों ने निजी कंबल ओढ़ रखे थे। इमरजेंसी सेवा के वार्डों में भी प्रत्येक बेड पर अस्पताल के लाल कंबल नहीं दिखे। सीएमएस डॉ.वीबी ¨सह का कहना है कि जो मरीज मांग करते हैं, उन्हें कंबल दिया जाता है। अधिकतर लोग घर से ही कंबल लेकर आते हैं। कुछ मरीज कंबल लेकर चले जाते हैं। इसलिए रिसी¨वग के बाद ही मरीजों को कंबल दिया जाता है। कंबल की कमी नहीं है। सर्द हवाओं से मरीजों को बचाने के लिए दरवाजों व खिड़कियों में शीघ्र ही पर्दे लगवाए जाएंगे।

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