बरसात ने बर्बाद की खेतों में कटी रखी धान

मौसम के बदले मिजाज ने किसानों की चिंता बढ़ाई। फसल को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुटे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:14 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 05:03 AM (IST)
बरसात ने बर्बाद की खेतों में कटी रखी धान
बरसात ने बर्बाद की खेतों में कटी रखी धान

सुलतानपुर : गुरुवार को कुछ स्थानों पर हुई तेज बरसात ने किसानों को संकट में डाल दिया है। काट कर खेतों में रखी गई धान की फसल भीगने से बर्बाद हो गई। मौसम के बदले मिजाज से किसान सकते में हैं।

विकास खंड क्षेत्र के पारसपट्टी, हांसापुर, कैथवारा, दियरा, महमूदपुर जंगल, बागसराय, राघवपुर, बढ़ौनाडीह, राईबीगो, शेषपुर, पदारथपुर सहित कई गांवों में सुबह तेज बारिश हुई। हालांकि अन्य इलाकों में बादलों की आवाजाही बनी रही। उत्तरी दिशा में गोरसरा, ढेमा, बखरा, रोहनी खोजगीपुर, श्रीरामपुर लमौली, खड़सरा आदि गांवों में बूंदाबांदी हुई, जिसे देखकर किसान धान की कटाई-पिटाई में दिनभर लगे रहे।

दोहरी मार साबित होगी वर्षा :

बंधुआकला, अलीगंज, धम्मौर, जयसिंहपुर, कादीपुर, लम्भुआ, चांदा कोइरीपुर, कूरेभार, धनपतगंज, बल्दीराय, हलियापुर, वलीपुर, विदेश्वारीगंज सहित पूरे क्षेत्र में धान की फसल पककर तैयार है। जिले में इस फसल का आच्छादन तकरीबन 96 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में है। धान की कटाई के साथ किसान आलू की और रबी की अन्य फसलों की बुवाई में जुटे हैं। ऐसे में मौसम की बेरुखी और बरसात किसानों पर दोहरी मार साबित होगी। दरअसल, धान को नुकसान पहुंचने के साथ अगली फसल की बुवाई में बाधा आएगी। खेतों में पानी भरने से बीज सड़ने की आशंका है।

आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय, कुमारगंज के मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे तक बादल छाए रहेंगे। हालांकि तेज बारिश की संभावना नहीं है।

chat bot
आपका साथी