तीन दशक से माफियात-नंदौली माइनर में नहीं आया पानी

माफियात-नदौली माइनर खंड-16 के निकट से निकली है। खोदाई को करीब तीन दशक से अधिक का समय बीत रहा है लेकिन किसानों के खेतों की सिचाई के लिए कभी भी पानी नहीं आया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 11:31 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 11:31 PM (IST)
तीन दशक से माफियात-नंदौली माइनर में नहीं आया पानी
तीन दशक से माफियात-नंदौली माइनर में नहीं आया पानी

बब्बन वर्मा, पाराबाजार (सुलतानपुर) : किसानों की आय दोगुनी करने के साथ मुफ्त सिचाई का दावा करने वाली सरकार अपने वादे पर खरी नहीं उतर रही है। नहरों में जहां पानी नहीं आया है।

वहीं कई माइनर ऐसी जो वर्षों से प्यासी है। सफाई के नाम पर हर वर्ष लाखों रुपये पानी की तरह बहाए जाते हैं, लेकिन टेल पर पानी नहीं पहुंच रहा हैं। किसान निजी संसाधनों के सहारे खेती करने को मजबूर हैं।

माफियात-नदौली माइनर खंड-16 के निकट से निकली है। खोदाई को करीब तीन दशक से अधिक का समय बीत रहा है, लेकिन किसानों के खेतों की सिचाई के लिए कभी भी पानी नहीं आया। सिचाई विभाग के कर्मचारियों के मिलीभगत से माइनर की सफाई पर हर वर्ष धन खारिज कर अनियमितता की जा रही है। बल्दीराय एसडीएम राजेश सिंह ने बताया कि समस्या संज्ञान में नहीं है लेकिन अगर ऐसा है तो नहर विभाग के उच्चाधिकारियों से बातचीत करके पानी पहुंचाया जाएगा।

किसानों की परेशानी उन्हीं की जुबानी : चिरैया गांव के कृषक बद्रीनाथ यादव व मनोहर ने बताया कि हम सभी ग्रामीण कई बार सामूहिक रूप से तहसील समाधान दिवस में शिकायत कर चुके है। माइनर में पानी आने के लिए संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया है। इसके बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कृषक मोहम्मद असलम, रामजी ने कहा कि क्षेत्र के सभी किसानों की खेती योग्य जमीन अकारण ही माइनर में चली गई अच्छा होता सरकार हम किसानों की खेती योग्य जमीन वापस कर देती पानी तो कभी इस माइनर में आना ही नहीं है।

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