घर में कैद हो 140 लोग दे रहे कोरोना को मात

होम आइसोलेशन में मरीजों की निगरानी सजगता से की जा रही है। वहीं डॉक्टर की सलाह से हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा दी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 12:38 AM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 06:05 AM (IST)
घर में कैद हो 140 लोग दे रहे कोरोना को मात
घर में कैद हो 140 लोग दे रहे कोरोना को मात

सुलतानपुर : हल्के लक्षण वाले जिले में पाए गए कोरोना के 140 मरीज खुद ही होम आइसोलेट होकर कोरोना को हराने में लगे हुए हैं। केयर टेकर की देखभाल में यह मरीज बचाव के जरूरी नियमों पालन कर रहे हैं। मरीजों व उनके संपर्क में आने वाले लोगों को डॉक्टर की सलाह से हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा दी जा रही है। आइसोलेट इन मरीजों को सांस लेने में दिक्कत, छाती में दबाव, मानसिक दबाव, चेहरे व होठ पर नीलापन आदि का लक्षण दिखने पर डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर को सूचित करने के लिए भी निर्देशित किया गया है।

जिले में इस समय 12 सौ से ज्यादा कोरोना के मरीज पाए जा चुके हैं। वहीं पूर्व में पॉजिटिव पाए गए तकरीबन 90 फीसद मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। कोविड केयर सेंटर में बाकी पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। एंटीजन व ट्रूनेट की जांच में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इनमें 140 ऐसे मरीज हैं, जिनमें हल्का लक्षण होने के चलते पॉजिटिव पाया गया है, जिन्हें होम आइसोलेट किया गया है।

दस दिन तक होती है निगरानी : सीएमओ डॉ. सीबीएन त्रिपाठी ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की दस दिन तक निगरानी की जाती है। इस दौरान बुखार व सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं होने पर मरीज को निगेटिव मान लिया जाता है। इसके बाद भी सात दिनों तक संदिग्ध को होम क्वारंटाइन रहना होता है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मरीज को गर्म पानी, काढ़ा, दाल, दूध व हरी सब्जी दी जाती है। आइसोलेशन से लेकर होम क्वारंटाइन तक मरीज को थ्री लेयर मास्क पहनना अनिवार्य होता है। बार-बार हाथ धुलने, नाक-आंख पर हाथ न लगाने व शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियमों का भी पालन किया जाता है।

chat bot
आपका साथी