'वादकारियों में जगाएं शीघ्र न्याय की उम्मीद'

सुलतानपुर : न्याय का मंदिर सजाएं। वादकारियों को अहमियत दें। समय रहते मुकदमों का निस्तारण कर लोगों मे

By Edited By: Publish:Sat, 24 Sep 2016 08:30 PM (IST) Updated:Sat, 24 Sep 2016 08:30 PM (IST)
'वादकारियों में जगाएं शीघ्र न्याय की उम्मीद'

सुलतानपुर : न्याय का मंदिर सजाएं। वादकारियों को अहमियत दें। समय रहते मुकदमों का निस्तारण कर लोगों में न्याय पालिका के प्रति आशावान नजरिया पैदा करें। छोटे-छोटे मामलों को हाई कोर्ट ले जाने से बचें। संवेदना बढ़ाते हुए पीड़ितों को स्थानीय न्यायालय में ही न्याय दें। यह बातें हाई कोर्ट के ंपूर्व न्यायमूर्ति सुधीर सक्सेना ने शनिवार को कहीं। वे पं.रामनरेश त्रिपाठी सभागार में अवध ¨हदी विधि प्रतिष्ठान के तहत ¨हदी पखवाड़े के समापन दिवस को संबोधित कर रहे थे।

मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सक्सेना ने अधिवक्ताओं से राजनीतिक क्षेत्र में उतरने का आह्वान किया। कहाकि आप शिक्षित हैं, अच्छे वक्ता हैं। राजनीति में आपके प्रवेश से युवा पीढ़ी में बढ़ रही अरुचि खत्म होगी। केएनआइ में आयोजित ¨हदी प्रतियोगिता में चयनित मेधावियों को सम्मानित करने के बाद उन्होंने कहाकि बार का यह कदम सराहनीय है। इससे ¨हदी भाषा के विस्तार को बल मिलेगा। गूगल जैसे इंटरनेट सर्च इंजन भी ¨हदी को वरीयता दे रहे हैं। उन्होंने कहाकि उड़ीसा, लद्दाक ¨हदी से बिखरे हुए हैं। इन्हें भी समेटने की आवश्यकता है। उन्होंने अन्य भाषाओं की भी अहमियत बताते हुए उनकी मदद लेकर ¨हदी को सरल बनाने की बात कही। गोष्ठी को अधिवक्ता नरोत्तम शुक्ल, अर¨वद ¨सह, महेंद्र प्रसाद शर्मा, रवि शुक्ला, आर्तमणि मिश्र, पूर्व सचिव रवि मिश्र समेत अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। केएनआइपीएसएस के ¨हदी विभागाध्यक्ष डॉ.राधेश्याम ¨सह ने ¨हदी के महत्व व भावात्मक विषयों पर प्रकाश डाला। गोष्ठी के बाद वरिष्ठ अधिवक्ताओं को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर बेलाल अहमद, अमित श्रीवास्तव, कुशल तिवारी आदि मौजूद रहे।

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