मां को बचाने में एकलौते बेटे की गई जान

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आवासीय कालोनी में करेंट की चपेट में आने से स्वास्थ्य कर्मी उमेश उपाध्याय के एकलौते पुत्र सूरज उपाध्याय (29) की मौके पर ही मौत हो गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 30 Sep 2019 06:04 PM (IST) Updated:Mon, 30 Sep 2019 09:30 PM (IST)
मां को बचाने में एकलौते बेटे की गई जान
मां को बचाने में एकलौते बेटे की गई जान

जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : सीएचसी के आवासीय कालोनी में करेंट की चपेट में आने से स्वास्थ्य कर्मी के एकलौते पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। शोक संतप्त परिवार शव को लेकर अपने गृह जनपद मऊ के लिए रवाना हो गये।

मऊ जनपद निवासी उमेश उपाध्याय दुद्धी सीएचसी में सुपरवाइजर पद पर तैनात हैं। सोमवार सुबह करीब सवा सात बजे दुद्धी सीएचसी के आवासीय कॉलोनी में स्थित फ्लैट के बरामदे में बंधे तार पर उनकी पत्नी कपड़ा फैलाने पहुंची, जहां तार में गुजर रहे करेंट की चपेट में आ गईं। यह स्थिति देख पास में नंगे पांव खड़ा सूरज उपाध्याय (29) मां को तो बचा लिया लेकिन, स्वयं करेंट की चपेट में आ गया और वहीं गिर पड़ा। इसे देख अफरा-तफरी मच गई। कुछ ही पल में मौके पर जुटी चिकित्सकों की टीम एकलौते चिराग को बचाने में लग गई। मृतक की पत्नी, मां एवं पिता के करुण क्रंदन से समूचा परिसर गमगीन हो गया। सांत्वना देने पहुंचे मुंसिफ मजिस्ट्रेट

उपाध्याय परिवार का एकलौता चिराग सूरज मुंसिफ न्यायालय में संविदा पर कंप्यूटर आपरेटर था। कुशल व्यवहार की वजह से वह न सिर्फ कालोनी में बल्कि अपने कार्यस्थल पर भी लोगों का चहेता था। मुंसिफ मजिस्ट्रेट प्रशांत मिश्र, बार अध्यक्ष कुलभूषण पांडेय, पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, जितेन्द्र श्रीवास्तव, दिनेश अग्रहरि, अरुणोदय जौहरी, मनोज मिश्र, दिलीप पांडेय, कमल कुमार कानू समेत तमाम लोग मौके पर पहुंच कर शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना जताई।

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