अबकी शिवद्वार मार्ग पर कांवरियों का सफर आसान नहीं

जागरण संवाददाता, घोरावल (सोनभद्र): गुप्त काशी के नाम से विख्यात शिवद्वार मंदिर में जलाभिषेक का दौर शुरू होने वाला है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Jul 2018 08:28 PM (IST) Updated:Mon, 16 Jul 2018 08:52 PM (IST)
अबकी शिवद्वार मार्ग पर कांवरियों का सफर आसान नहीं
अबकी शिवद्वार मार्ग पर कांवरियों का सफर आसान नहीं

जागरण संवाददाता, घोरावल (सोनभद्र): गुप्त काशी के नाम से विख्यात शिवद्वार मंदिर में जलाभिषेक का दौर शुरू होने वाला है। पवित्र श्रावण मास लगने में केवल 11 दिन शेष बचे हैं। बावजूद इसके अब तक घोरावल शिवद्वार मुख्य मार्ग क्षतिग्रस्त हाल में पड़ा है। ऐसी स्थिति में कांवरियों की डगर शिवद्वार मार्ग पर आसान नहीं होगी। इस मार्ग पर बिछायी गई सोलंग से कांवरियों को काफी परेशानी होगी। लोगों ने सड़क की मरम्मत कराने की मांग किया है।

घोरावल तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर तथा जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में शिवद्वार धाम है। यहां श्रावण मास में लाखों की संख्या में शिव भक्त कांवर लेकर उमा महेश्वर के जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। भीड़ इतनी अधिक हो जाती है कि इसे सावन मेला का नाम भी दिया जा चुका है। जहां जनपद के अलावा गैर जनपद से भी पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती है। घोरावल से बर्दिया तक सड़क चौड़ीकरण करने के उद्देश्य से सो¨लग गिराई गई है। ऐसे में इस वर्ष श्रावण मास मेला में श्रद्धालु भक्तों को नंगे पांव चलने में काफी दिक्कत होगी। क्षेत्रीय लोगों का अनुमान है कि इतने कम दिनों में सड़क पूर्ण रूप से चौड़ी नहीं हो पाएगी। श्रावण मास मेला से पूर्व जिला प्रशासन या संबंधित विभाग ने इस विषय पर विशेष ध्यान नहीं दिया जिससे कांवरिया हलकान होंगे। वर्तमान समय में स्थिति यह है कि सड़क पर घोरावल कस्बा छोड़ने के बाद शिवद्वार मंदिर पहुंचने तक सड़क के किनारे व अधिकांश भाग में सड़क कवर करते हुए सोलंग गिरा दी गई है। लोगों ने इस मार्ग पर कांवरियों की राह आसान बनाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराने की मांग की है। बता दें कि इस बार श्रावण मास का मेला इसी 28 जुलाई से प्रारम्भ हो रहा है।

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