चार विभागों की टीम ओवरलोडिंग पर कसेगी नकेल

ओवरलोड वाहनों के संचालन को लेकर पिछले कुछ दिन से दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर दिखने लगा है। जिलाधिकारी के सख्ती के बाद चार विभागों की संयुक्त टीम अब ओवरलोड ट्रकों पर निगरानी रखेगी। इसके लिए बकायदा संबंधित विभाग की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। शुक्रवार की

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Feb 2020 09:02 PM (IST) Updated:Sun, 09 Feb 2020 06:11 AM (IST)
चार विभागों की टीम ओवरलोडिंग पर कसेगी नकेल
चार विभागों की टीम ओवरलोडिंग पर कसेगी नकेल

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : ओवरलोड वाहनों के संचालन को लेकर पिछले कुछ दिन से दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर दिखने लगा है। जिलाधिकारी के सख्ती के बाद चार विभागों की संयुक्त टीम अब ओवरलोड ट्रकों पर निगरानी रखेगी। इसके लिए बकायदा संबंधित विभाग की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। शुक्रवार की देर शाम से शुरू हुई संयुक्त जांच अभियान में अब तक 50 से अधिक ओवरलोड ट्रकों का चालान व सीज की कार्रवाई की गई है। विभाग के संयुक्त जांच अभियान से ओवरलोड ट्रक संचालकों में हड़कंप की स्थिति है। परिवहन, पुलिस, खनन व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम जिले में संचालित हो रहे ओवरलोड ट्रकों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। लगातार परिवहन विभाग की चुप्पी से ओवरलोड के चरम पर भांपते हुए जिलाधिकारी ने इसपर लगाम लगाने के लिए संयुक्त जांच टीम का गठन किया है। एक दिन में 50 ट्रकों का चालान

एआरटीओ (प्रवर्तन) पीएस राय ने बताया कि संयुक्त जांच में शुक्रवार की शाम से शनिवार तक 50 ओवरलोड ट्रकों का चालान व सीज की कार्रवाई की गई है। बताया कि यह अभियान बदस्तूर जारी रहेगा। इसके अलावा लोडिग प्वाइंट को भी चिह्नित कर उनके ऊपर कार्रवाई की रणनीति बनाई जा रही है। श्री राय ने कहा कि ओवरलोड वाहनों का संचालन जिले में किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तीन टीम करेगी 24 घंटे निगरानी

पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि खनन, परिवहन, पुलिस व प्रशासनिक विभाग की संयुक्त टीम का गठन ओवरलोड पर नकेल लगाने के लिए किया गया है। इन चारों विभागों को मिलाकर अलग-अलग कुल 3 टीम बनी है। सभी टीमों को इस तरीके से बांटा गया है कि 24 घंटे सप्ताह के सात दिन निगरानी की जा सके। एसपी ने बताया कि जल्द ही जुगैल क्षेत्र से आने वाले ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के लिए विशेष इंतजाम किया जाएगा। बताया कि ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के लिए जो रणनीति बनी है उसे हर हाल में लागू कराने के लिए संबंधितों को निर्देश किया गया है। ओवरलोड वाहनों का चालान काटने के साथ ही जरूरत के मुताबिक एफआइआर दर्ज कराई जा रही है।

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