धैर्य व तैयारी ही आपदा में आएगा काम : डीएम

व की पूर्व तैयारी व धैर्य ही काम आता है। जब कोई आपदा आती है तो व्यापक नुकसान होता है दैवीय आपदा को रोका नहीं जा सकता पर आपदा आने की स्थिति में संभावित सुरक्षा प्रबन्धनों की मदद से जन-धन हानियों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह निर्देश जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 06:43 PM (IST) Updated:Fri, 20 Sep 2019 06:43 PM (IST)
धैर्य व तैयारी ही आपदा में आएगा काम : डीएम
धैर्य व तैयारी ही आपदा में आएगा काम : डीएम

जासं, सोनभद्र : आपदा की स्थिति में बचाव की पूर्व तैयारी व धैर्य ही काम आता है। जब कोई आपदा आती है, तो व्यापक नुकसान होता है, दैवीय आपदा को रोका नहीं जा सकता लेकिन, आपदा आने की स्थिति में संभावित सुरक्षा प्रबन्धनों की मदद से जन-धन हानियों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

यह निर्देश जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट मीटिग हाल में संभावित बाढ़ सुरक्षा के दृष्टिगत तैयारियों की समीक्षा बैठक करते हुए दिए। जिलाधिकारी ने समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के नदियों का वर्तमान जल स्तर पर निगाह रखी जाय। जरूरत के मुताबिक जिला, तहसील व बन्धी प्रखण्ड स्तरों पर कन्ट्रोल रूम की व्यवस्था की जाय। संभावित बाढ़ से प्रभावित नागरिकों, पशुओं के लिए जरूरी व्यवस्थाएं की जाय। संभावित बाढ़ के दृष्टिगत नाव व नाव चालकों, गोताखोरों की सूची फोन नम्बर व पता सहित रखी जाय। संभावित बाढ़ राहत कैम्प का चिन्हांकन व चौकी के साथ ही वैकल्पिक शुद्ध पेयजल व्यवस्था आदि की तैयारी रखा जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि ईश्वर से कामना है कि संभावित बाढ़ या दैवीय आपदा की स्थिति जनपद में उत्पन्न न हों, लेकिन यदि ऐसी अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती भी है तो उसके प्रभाव से बचाव की पूर्ण तैयारियां पहले से ही रखी जाय। इसमें अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह, आपदा विशेषज्ञ संजीव कुमार सिंह, हृदेश प्रकाश आदि रहे।

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