सुमंगला से महज 35 फीसद का हुआ मंगल

बेटियों की समृद्धि के लिए शासन ने कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की है। अप्रैल 2019 में इसकी शुरुआत की गई। हर जिले को लक्ष्य दिया गया कि ज्यादा से

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Feb 2020 08:59 PM (IST) Updated:Sun, 09 Feb 2020 06:11 AM (IST)
सुमंगला से महज 35 फीसद का हुआ मंगल
सुमंगला से महज 35 फीसद का हुआ मंगल

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : बेटियों की समृद्धि के लिए शासन ने कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की है। अप्रैल 2019 में इसकी शुरुआत की गई। हर जिले को लक्ष्य दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा बेटियों का फार्म भरवाकर उन्हें लाभान्वित किया जाए लेकिन, आदिवासी बाहुल्य जनपद में अब तक महज 35 फीसद बेटियों का ही आवेदन जमा हो सका है। यहां मार्च तक 18 हजार बेटियों का फार्म भरवाने का लक्ष्य है। यानी डेढ़ माह में 11,545 बेटियों का आवेदन पत्र भरवाना होगा।

बेटी के जन्म से लेकर उसकी स्नातक तक की पढ़ाई करने तक अलग-अलग चरणों में कुल 15 हजार रुपये की आर्थिक मदद के लिए कन्या सुमंगला योजना शुरू की गई है। एक अप्रैल 2019 को इस योजना की शुरूआत हुई। तभी से बेटियों का फार्म भरवाया जाने लगा। प्रोबेशन विभाग को इसका नोडल बनाया गया है। कहने को तो काफी प्रचार-प्रसार हुआ लेकिन इसका असर कितना हुआ यह लक्ष्य और उसके सापेक्ष भरवाए गए आवेदन की स्थिति को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां मार्च 2020 तक कुल 18 हजार बेटियों का फार्म भरवाना था। इसके लिए शिक्षा विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग सहित अन्य को निर्देश दिया गया कि पात्रों का आवेदन कराएं। बावजूद इसके अब तक महज 6455 बेटियों का आवेदन हो सका है। कक्षा नौ में पढ़ने वाली 15 हजार बेटियों में से महज 5.94 फीसद ही पात्र मिली हैं। कहां से आए कितने आवेदन

जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक कुछ कैंप लगाकर आवेदन कराए गए हैं तो कुछ सीधे लाभार्थियों द्वारा आवेदन कराया गया है। अभी कुल 6455 आवेदन मिले हैं। उसमें से 4217 का सत्यापन हो चुका है। इसी में 3917 का निदेशालय स्तर से सत्यापन हो चुका है। शीघ्र इनके खाते में धनराशि भेजी जाएगी। माध्यमिक शिक्षा से यूपी बोर्ड की कुल 13587 में से 677 व सीबीएसई के 1420 छात्राओं में से महज 225 ही पात्र मिली हैं। कब होता है आवेदन

प्रथम श्रेणी में बालिका के जन्म के समय आवेदन किया जाता है। दूसरा चरण बालिका के एक वर्ष तक पूर्ण टीकाकरण के बाद, तीसरा कक्षा एक में प्रवेश के बाद, चौथी श्रेणी में कक्षा छह में बालिका के प्रवेश और पांचवीं श्रेणी में कक्षा नौ में प्रवेश पर। अंतिम चरण में ऐसी बालिकाएं जिन्होंने कक्षा 12 उत्तीर्ण करके स्नातक, डिग्री या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया है उसका आवेदन किया जा सकता है। कौन होता है पात्र

कन्या सुमंगला योजना के तहत लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश निवासी हो तथा उसके पास स्थायी निवास प्रमाणपत्र हो। उसमें राशनकार्ड, आधारकार्ड, मतदाता पहचान पत्र, विद्युत, टेलीफोन का बिल मान्य होगा। लाभार्थी का पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख हो, किसी परिवार के अधिकतम दो बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकता है। लाभार्थी के परिवार का आकार परिवार के अधिकतम दो बच्चे हों। किसी महिला को द्वितीय प्रसव जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी संतान के रूप में लड़की को लाभ मिलेगा। ''जिले में अभी 6455 आवेदन हुए हैं। मार्च तक का 18 हजार का लक्ष्य है। आवेदन के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिले में पात्र बेटियों के आवेदन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां जागरूकता की जरूरत है।''

-डा. अमरेंद्र पौत्स्यायन, जिला प्रोबेशन अधिकारी

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