सोनांचल में दिखा टाक्टे का असर, तेज हवा के साथ बारिश

जागरण संवाददाता सोनभद्र मंगलवार को समुद्री तुफान टाक्टे का असर सोनांचल में देखने को मिला।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:28 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 06:28 PM (IST)
सोनांचल में दिखा टाक्टे का असर, तेज हवा के साथ बारिश
सोनांचल में दिखा टाक्टे का असर, तेज हवा के साथ बारिश

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : मंगलवार को समुद्री तुफान टाक्टे का असर सोनांचल में देखने को मिला। जिले के सीमावर्ती इलाकों में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश ने आमजन को परेशान कर दिया। तूफान के कारण दोपहर बाद आसमान में बादलों का डेरा जम गया। समुद्री तूफान का असर सोनांचल में मंगलवार से दर्ज कर लिया गया। मौसम विभाग ने टाक्टे को लेकर पहले ही हाईअलर्ट जारी किया हुआ है। मंगलवार की सुबह जब लोग उठे तो मौसम अन्य दिनों की तुलना में कुछ खुशगवार था। लेकिन जैसे-जैसे सुई दोहपर 12 को पार पहुंची उमस के साथ सूरज के तेवर तल्ख होते गए। हालांकि यह तापमान अन्य दिनों से कम था। इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे के बाद आसमान में बादल मंडराए और धूप-छाव का खेल शुरू हुआ। दो बजते-बजते ही दुद्धी व ओबरा तहसील क्षेत्र के अधिकांश क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। दूसरी ओर आंधी के कारण लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ी। आंधी से बचने के लिए लोग यहां-वहां भागते नजर आए। आंधी के कारण कहीं से कोई अप्रिय सूचना तो नहीं मिली लेकिन सड़क पर वाहन चालकों का चलना दुश्वार होता रहा। आलम यह था कि हर तरफ धूल का गुबार उठ रहा था जिसके कारण कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। आसमान से गिरी बूंदों ने जहां धूल के गुबार को थामा तो वहीं दूसरी ओर भयंकर उमस व गर्मी से फौरी राहत प्रदान किया।

अनपरा : ऊर्जांचल में पिछले एक पखवारे से दिन में चटख धूप व शाम को झमाझम बरसात का क्रम अनवरत जारी है। महामारी कोरोना के कहर के बीच मौसम के बिगड़े मिजाज से नागरिकों के लिए स्थिति भयावह होती जा रही है। दिन में तीखी धूप व बेतहाशा उमस से जहां लोगों का हाल बेहाल हो जा रहा है। वहीं शाम होते-होते तेज हवाओं के साथ बरसात होने से तापमान में अचानक कमी आ रही है। इससे सर्दी-खांसी, वायरल फीवर, मलेरिया आदि संक्रामक बीमारियां भी नागरिकों को तेजी से अपने शिकंजे में ले रही है। ये सारे लक्षण कोरोना के हैं। ऐसे में लोग कोरोना की आशंका से सहम जा रहे हैं। आसपास कोरोना संक्रमण के जानलेवा रूप को देख एहतियातन नागरिकों द्वारा काढा, गर्म पानी के साथ भाप आदि भी लिया जा रहा है। इसके बाद भी मौसमी बीमारियां घर-घर को ठिकाना बना चुकी हैं। इस दौरान ओपीडी सेवाएं बंद होने के कारण पीडितों को भारी परेशानी उठानी पड रही है। बुजुर्गों का कहना है कि गर्मी के मौसम आंधी-पानी आना आम बात है। कितु मई माह लगातार एक पखवारे से मौसम का ऐसा रूप उन्होंने अपने जीवनकाल में कभी नहीं देखा है।

chat bot
आपका साथी