किसान विरोधी कानून को निरस्त करने के लिए प्रदर्शन
जागरण संवाददाता सोनभद्र उप्र किसान फडरेसन के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : उप्र किसान फडरेसन के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर किसान विरोधी काले कानूनों को तत्काल निरस्त करने समेत 11 सूत्रीय राष्ट्रपति के नाम संबोधित मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा। इस दौरान चेतावनी दी अगर शीघ्र ही मांगों को पूरा न होने पर आंदोलन किया जाएगा।
किसान फडरेसन के महामंत्री विजय भारती ने कहा कि उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य जैसे किसान विरोधी कानून काले कानून को सरकार को तत्काल निरस्त करना चाहिए। इस कानून से किसानों को काफी नुकसान होगा। कहा कि सोनभद्र-मीरजापुर जिले के सैकड़ों फर्जी कृषि सहकारी समितियों की हजारों एकड़ जमीन दंबगों व अफसरों की मिलीभगत से हड़प ली गई है। उसे तत्काल अधिग्रहण कर भूमिहीन गरीब किसानों एवं आदिवासियों में वितरित किया जाए। मनरेगा योजना की सीमा प्रति परिवार बढ़ाकर दो सौ दिन किया जाए। विकास योजनाओं के तहत उजाड़े गए आदिवासी किसानों के पुनर्वास एवं स्थाई रोजगार की व्यवस्था की जाए, खेती का निजीकरण बंद किया जाए, भूमियाओं के कब्जे से जीएस की जमीनों को छुड़ाकर गरीबों में आवंटन किए जाने समेत 11 सूत्रीय मांगों को पूरा किए जाने की आवाज उठाई। इसमें राजमनी, राजू भारती, रामसजीवन, गुलाबदास, लालू भास्कर, राजेश, मुन्ना, बबिता, विमलेश, रामधनी आदि थे।