30 दुरुह गांव एंबुलेंस को होंगे चिह्नित

जिले के 30 उन गांवों में जहां पर एम्बुलेंस सुविधा नहीं पहुंच रही है उसकी व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित हो इसको लेकर बुधवार को जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने संबंधितों के साथ बैठक की। कहा कि जिले के दुरूह क्षेत्रों में जहां रोड की कनेक्टीविटी न होने की वजह से एम्बुलेंस सेवाएं मुहैया कराने में दि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 07:07 PM (IST) Updated:Wed, 27 Nov 2019 09:56 PM (IST)
30 दुरुह गांव एंबुलेंस को होंगे चिह्नित
30 दुरुह गांव एंबुलेंस को होंगे चिह्नित

जासं, सोनभद्र : जिले के उन 30 दुरुह गांवों को चिह्नित किया जाए जहां अभी तक संपर्क मार्ग ठीक नहीं होने के कारण एंबुलेंस सेवाएं नहीं पहुंच पा रही थीं। ये निर्देश बुधवार को जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक में दिया।

कहा कि जिले के दुरूह क्षेत्रों में जहां संपर्क मार्ग न होने की वजह से एम्बुलेंस सेवाएं मुहैया कराने में दिक्कतें हो रही हैं, उन्हें चिह्नित किया जाए। जिले के आठ कलस्टर के 30 गांवों के नागरिकों तक एंबुलेंस सेवाएं पहुंचाने के लिए पूरी तैयारी की जाए। श्री राजलिगम ने स्वास्थ्य, लोक निर्माण व वन विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक की और कलस्टरवार एम्बुलेंस के पहुंच के लिए सड़के बनाने पर मंत्रणा की। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारीगण, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए सड़कों को बनाए जाने के सम्बन्ध में प्रस्ताव, सड़कों से संबंधित पड़ने वाली वन भूमि व एम्बुलेंस सेवाओं से जोड़ने के लिए 30 गांवों के संपर्क प्रणाली पर विचार-विमर्श किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकताओं में है, लिहाजा सर्वसम्मति से सड़क निर्माण के लिए जिला खनिज न्यास से धन उपलब्ध कराते हुए नियमानुसार सड़कों का निर्माण कराकर जिले के बाकी बचे 30 गांवों को भी जल्द से जल्द एंबुलेंस सेवा से जोड़ा जाय। इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी संजीव कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसके उपाध्याय आदि रहे।

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