महिला अस्पताल बदहाल, मरीज बेहाल

नोडल अधिकारी भी जता चुकी हैं नाराजगी भोजन बनाने वाले ठेकेदार पर एफआइआर को दिए थे निर्देश।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 10:31 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 10:31 PM (IST)
महिला अस्पताल बदहाल, मरीज बेहाल
महिला अस्पताल बदहाल, मरीज बेहाल

सीतापुर: महिला अस्पताल में स्थिति बदहाल है। यहां गर्भवती महिलाओं को खाना तो दूर की बात दूध तक की सुविधा नहीं मिल रही है। तीस शैय्या के इस महिला अस्पताल यहां महज दो डाक्टर, छह स्टाफ नर्स, तीन वार्ड आया और एक फार्मासिस्ट की तैनाती है।

महिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ, जच्चा-बच्चा सहित महिलाओं से जुड़े अन्य विशेषज्ञों की तैनाती नहीं है। यहां महिलाओं की जांच से संबंधित सुविधा नहीं है। पैथोलॉजी बंद रहती है खून की जांच सीएचसी तथा एक्सरे और अन्य जांचें निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों के हवाले है। गत दिनों निरीक्षण पर पहुंची नोडल अधिकारी ने भी अव्यवस्था पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने मरीजों को भोजन न मिलने की शिकायत पर अधिकारियों को संबंधित ठेकेदार पर एफआइआर कराने के निर्देश दिए थे। उस पर भी अभी तक अमल नहीं हो सका है।

छह माह से मरीजों को नहीं मिला खाना

रिकार्ड के मुताबिक महिला अस्पताल में छह महीने से मरीजों को खाना नहीं मिल रहा है। 11 मई को आखरी बार खाना बना था उसके बाद खाना नहीं बना। कार्यदायी संस्था ने रसोइया को जरूरी भुगतान नहीं दिया। उसके बाद अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना तक मुनासिब नहीं समझा। महिलाओं को दूध, पोषण आहार नहीं मिल रहा है।

नोडल अधिकारी के निर्देशों पर नहीं हो सका अमल

नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस ने बीते दिनों महिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई थी। जिसके बाद उन्होंने खाने का मेन्यू चस्पा करने और भोजन व्यवस्था स्वयं सहायता समूहों के हवाले करने के निर्देश दिये थे। सीओ महमूदाबाद को ठेकेदार पर एफआइआर करने को कहा था। अधिकारियों ने अभी तक निर्देशों पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

सीओ ने कहा हम नहीं कराएंगे एफआइआर

जब नोडल अधिकारी के निर्देशों को लेकर सीओ से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कहां एफआइआर हुआ? कौन कराया? कोई एफआइआर करायेगा तब करेंगे, कि हम एफआइआर कराएंगे, आप एसडीएम से बात करिए।

क्या कहते हैं अधीक्षक

अधीक्षक डा. प्रदीप सिंह ने बताया कि भोजन का ठेका रायबरेली के शिव इंटरप्राइजेज के पास था। खाना न बनने के संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया था। नोडल अधिकारी के जो निर्देश मिले हैं उनको अमल में लाया जा रहा है। भोजन के लिये स्वयं सहायता समूह का चयन अगर हमारे स्तर से होना है तो उच्चाधिकारियों से बात करेंगे।

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