यूपी बोर्ड से भंग हो रहा मोह

सीतापुर : बड़ी तादाद में एक साथ परीक्षार्थियों की परीक्षा कराने का यूपी बोर्ड का दंभ दरकने लगा है। वज

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Feb 2017 10:27 PM (IST) Updated:Wed, 22 Feb 2017 10:27 PM (IST)
यूपी बोर्ड से भंग हो रहा मोह
यूपी बोर्ड से भंग हो रहा मोह

सीतापुर : बड़ी तादाद में एक साथ परीक्षार्थियों की परीक्षा कराने का यूपी बोर्ड का दंभ दरकने लगा है। वजह, यूपी बोर्ड में महज सीतापुर जिले में ही बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। बीते दो सालों के दौरान 2016 में 555 तो 2017 में 947 परीक्षार्थियों की संख्या कम हुई है। 2016 में बोर्ड परीक्षा में 93,376 परीक्षार्थी पंजीकृत थे तो 2017 में इनकी संख्या घटकर 89,422 रह गई है। इनमें 2016 में बालक 49,474 व बालिका 43,902 थीं तो 2017 में बालक 47,491 व बालिकाएं 41,931 रह गई हैं।

यूपी बोर्ड में 2015 की तुलना में 2016 में इंटरमीडिएट में 1670 परीक्षार्थी कम हुए वहीं हाईस्कूल में 1115 बढ़े और कुल मिलाकर 555 परीक्षार्थी घटे हैं। इसी तरह 2016 की तुलना में हाईस्कूल के 2587 परीक्षार्थियों कम हुए तो इंटरमीडिएट के 1640 परीक्षार्थी बढ़े और कुल मिलाकर 947 परीक्षार्थियों की संख्या में गिरावट आई है। 2016 में हाईस्कूल में कुल 54,283 थे जो 2017 में घटकर संख्या 50,786 रह गई है। इसी तरह इंटरमीडिएट में 39,093 के सापेक्ष 38,636 परीक्षार्थी ही रह गए। 2016 में हाईस्कूल के बालक 28,605 व बालिकाएं 25,678 थी जो 2017 में घटकर बालक 27,526 व बालिकाएं 23,260 रह गई। इंटरमीडिएट में 2016 में बालक 20,869 व बालिकाएं 18,224 थी वह संख्या 2017 में बालक 19,965 व बालिकाएं 18,671 हो गई। जनसंख्या में वृद्धि होने के साथ ही यूपी बोर्ड की परीक्षा में गुजरे दो सालों के दौरान गिरती संख्या यह बताने को काफी है कि यूपी बोर्ड से छात्रों का मन उकताने लगा है।

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यूपी बोर्ड परीक्षा में पिछले दो सालों के दौरान जिले में परीक्षार्थियों की संख्या में मामूली सी गिरावट आई है। संख्या में कमी कैसी आ रही है, इसकी जानकारी करके संख्या में बढ़ोत्तरी के प्रयास किए जाएंगे।

- राजा भानु प्रताप ¨सह, डीआइओएस

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