घरों में फंसे लोग, राहत व बचाव के दावे हवा-हवाई

राशन और पीने के पानी की किल्लत। ग्रामीणों को नहीं दिख रही उम्मीद अब भगवान का भरोसा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 12:21 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 12:21 AM (IST)
घरों में फंसे लोग, राहत व बचाव के दावे हवा-हवाई
घरों में फंसे लोग, राहत व बचाव के दावे हवा-हवाई

शशि कांत दीक्षित, सीतापुर

गांव-घर और खेत-खलिहान डूबे हैं। छत पर खुले आसमान के नीचे पूरा परिवार है। खाने को अन्न और न पीने को पानी है। दूर गांव के रास्ते पर नजर गड़ाए इन ग्रामीणों को बचाव की कोई उम्मीद भी नजर नहीं आती। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से गुहार भी लगा ली, अब सिर्फ भगवान का ही भरोसा है। प्रशासन के दावे, इनका दर्द दूर नहीं कर पा रहे। यह हाल है बेहटा ब्लाक के पिडुरिया, लालापुरवा, कुसेपा, समोलिया, उमरा, सलारपुर, रामरूढ़ा, मतुआ, मूड़ीखेरा गांव के ग्रामीणों का। शनिवार को दैनिक जागरण ने बेहटा के लालापुरवा सहित अन्य कई गांवों में पहुंचकर हकीकत जानी तो हर ओर दर्द ही दिखा। किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। घर का राशन भी खत्म हो गया, जो बचा है वह भीगा है। छत पर एक पन्नी के नीचे पूरा परिवार गुजर-बसर कर रहा है।

मंत्री पहुंचे, तो आया स्टीमर, मिली थोड़ी राहत :

कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का निरीक्षण था, तो लालापुरवा गांव के पास स्टीमर भी पहुंच गया। दो दिन से नाव का इंतजार कर रहे ग्रामीणों को राहत की आस बंधी। छत पर खड़े लोगों की आंखों में चमक आ गई। एसडीआरएफ की टीम ने ग्रामीणों को गांव से बाहर निकालना शुरू किया। जरूरत का सामान भी पहुंचाया गया। मंत्री के आने से लालापुरवा के ग्रामीणों को भले ही राहत मिली। लेकिन, कई गांव ऐसे भी हैं, जिनका इंतजार अभी खत्म नहीं हुआ है।

आई नाव, न ली किसी ने सुध :

पिडुरिया गांव के ग्रामीण घर व स्कूल की छत पर रुके हैं। शुक्रवार शाम अधिकारियों को फोन कर नाव की मांग की थी। अनूप, प्रमिला, विनय, श्यामू, कौशल का कहना है कि 24 घंटे बीत गए नाव आई और न किसी ने सुध ली। हीरापुर के शिवराज, मतुआ के खालिक का कहना है कि कहीं से कुछ मदद नहीं मिल रही।

फसल बर्बाद, कैसे कटेगा पूरा साल :

लालापुरवा के रमेश, घनश्याम, सरोज, विजय सहित सभी ग्रामीणों की फसल बर्बाद हो गई है। बाढ़ का पानी तो एक-दो दिन में कम होगा, मगर इन किसानों को पूरे साल दर्द रहेगा। क्या खाएंगे और कैसे राशन का इंतजाम करेंगे, यह सवाल अभी से परेशान कर रहा है।

गांवों में फंसे ग्रामीण, सड़क पर अफसरों की चहल-कदमी :

बेहटा ब्लाक के लालापुरवा सहित अन्य गांवों में ग्रामीण फंसे हुए हैं। जबकि अधिकारी सड़कों पर सिर्फ चहल-कदमी ही करते नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों को राहत का इंतजार है, मगर अधिकारी वहीं से निर्देश देकर वापस हो जा रहे हैं।

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