बढ़ी जागरूकता, गड्ढायुक्त मार्ग भी हादसे के जिम्मेदार

शहर में हाईवे पर मालगोदाम व कैंची पुल के समीप गहरे गड्ढे सुरक्षित यातायात में बने चुनौती

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Jun 2020 11:41 PM (IST) Updated:Sat, 27 Jun 2020 11:41 PM (IST)
बढ़ी जागरूकता, गड्ढायुक्त मार्ग भी हादसे के जिम्मेदार
बढ़ी जागरूकता, गड्ढायुक्त मार्ग भी हादसे के जिम्मेदार

सीतापुर : यातायात नियमों से आमजन को जागरूक करने और सड़क हादसों में कमी लाने को सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। वैसे नए मोटर व्हीकल एक्ट के प्रभावी होने के बाद काफी संख्या में बाइक सवार हेलमेट में दिखने लगे हैं। चौपहिया वाहन चालक और उस पर सवार लोग भी कभी-कभी सीट बेल्ट प्रयोग करते दिख जाते हैं। ऐसे में लोगों के बीच यातायात नियमों की जागरूकता बढ़ी है। इस बात को इन्कार नहीं किया जा सकता। लेकिन हां, सड़क हादसों में कमी ला पाना अभी भी जिम्मेदारों के लिए चुनौती बना है। इसके लिए गड्ढायुक्त मार्ग भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। वहीं, शहर में भी मालगोदाम और कैंची पुल के समीप जीआइसी के पीछे हाईवे पर गहरे और बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों के कारण ही यहां यातायात अनियंत्रित होता है। हालांकि बाइक सवार या ई-रिक्शा जैसे थ्री-व्हीलर वाहन भी हाईवे के इन गड्ढों से बच-बचाके निकल जरूर जाते हैं, पर ये हादसे को ही चुनौती देते रहते हैं।

सड़क सुरक्षा सप्ताह में हुए कार्यक्रम

सड़क सुरक्षा जागरूकता को तीन ई-रिक्शा पर लाउड स्पीकर लगाकर रवाना किए गए।

15 स्कूल-कॉलेजों में 700 बच्चों के बीच लेखन, निबंध व प्रिटिग प्रतियोगिताएं हुई हैं।

रोडवेज वर्कशॉप पर यातायात नियमों के संबंध में कार्यशाला हुई।

रसेउरा मार्ग पर मिश्रिख विधायक व एआरटीओ ने निश्शुल्क हेलमेट बांटे।

हाईवे पर खैराबाद टोल प्लाजा पर बाइक सहित 47 वाहनों में प्रदूषण की जांच हुई। जिले में सड़क हादसों पर एक नजर

माह - 2020 - 2019 - 2018

जनवरी - 59 - 76 - 41

फरवरी - 83 - 69 - 70

मार्च - 65 - 94 - 72

अप्रैल - 24 - 65 - 69

मई - 32 - 85 - 87 वर्जन--

सड़क दुर्घटनाओं व हादसों में मृत व्यक्तियों की संख्या में कमी लाने और निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त न कर पाने की वजह से सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक भी किया गया है और नियम न मानने वालों के विरुद्ध कार्रवाई भी हुई हैं।

- विनय कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक-यातायात

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