मिला धन, लाभान्वित होंगे आमजन

लॉकडाउन अवधि से लॉक जिले की विकास योजनाएं अब रफ्तार पकड़ सकेंगी। कई विभागों

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 11:02 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 11:02 PM (IST)
मिला धन, लाभान्वित होंगे आमजन
मिला धन, लाभान्वित होंगे आमजन

सीतापुर : लॉकडाउन अवधि से लॉक जिले की विकास योजनाएं अब रफ्तार पकड़ सकेंगी। कई विभागों की कल्याणकारी योजनाओं में धनराशि का आवंटन हो गया है। धनराशि मिलने के साथ ही योजनाओं के सुचारू संचालन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। विभागीय जिम्मेदारों ने मातहतों को निर्देशित कर दिया है। योजना के लाभ से लाभान्वित होने वालों से आवेदन भी मांगे जा रहे हैं। आवेदन पत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आमजन से सीधे जुड़ी इन विकास योजनाओं से लोगों को राहत मिलेगी। समाज कल्याण विभाग से संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग शादी अनुदान योजना में धनराशि भेज दी गई है। पिछड़ा वर्ग शादी अनुदान के लाभार्थियों को भी लाभान्वित किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पारिवारिक लाभ योजना की धनराशि भी भेजी जा रही है। पेंशन की धनराशि भी स्वीकृत हो गई है। समाज कल्याण विभाग की योजनाओं से पात्रों को लाभ मिले, इसको लेकर समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने एडीओ समाज कल्याण व अन्य कर्मचारियों के साथ बैठक की। आवेदन पत्रों के सत्यापन व अधिक से अधिक लोगों को योजना का लाभ दिलाए जाने का निर्देश दिया।

इन योजनाओं में आया इतना धन

- मुख्यमंत्री सामूहिक शादी योजना में जिले को 33.15 लाख रुपये मिले हैं। धनराशि से 65 जोड़ों को लाभ मिलेगा।

- सामान्य वर्ग शादी अनुदान योजना के तहत भी जिले को 6.60 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। पात्र लाभार्थियों से आवेदन मांगा गया है।

- अनुसूचित जाति शादी योजना में जिले को 13.20 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। हालांकि, बीते वित्तीय वर्ष से ये धनराशि कम है।

- राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के लाभार्थियों को धनराशि भेजे जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

- निराश्रित महिला (विधवा) पेंशन योजना के 78000 से अधिक को लाभार्थियों को बीते माह पेंशन भेजी जा चुकी है।

- पिछड़ा वर्ग शादी अनुदान योजना में 10 लाख रुपये मिले हैं। आवंटित धनराशि से 50 लाभार्थी लाभान्वित होंगे।

पशु संरक्षण के लिए मिले 60 लाख

बेसहारा पशुओं के भरण पोषण के लिए जिले को 60 लाख रुपये आवंटित हुए है। इस धनराशि से गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित पशुओं के अलावा पशुओं की सुपुर्दगी लेने वाले पशुपालकों को भेजी जाएगी। सीवीओ रामअचल का कहना है कि, पशुओं के भरण-पोषण के लिए धनराशि मिली है।

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