चौकीदार समझें अपनी जिम्मेदारी, न बनें गांव में 'पार्टी'

सीतापुर गांव के चौकीदार पुलिस के अंग हैं। इनकी शक्ति को शनिवार को डीएम विशाल भारद्वाज

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 12:52 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 12:52 AM (IST)
चौकीदार समझें अपनी जिम्मेदारी, न बनें गांव में 'पार्टी'
चौकीदार समझें अपनी जिम्मेदारी, न बनें गांव में 'पार्टी'

सीतापुर : गांव के चौकीदार पुलिस के अंग हैं। इनकी शक्ति को शनिवार को डीएम विशाल भारद्वाज व एसपी आरपी सिंह ने एक बार फिर से जगाया है। चौकीदारों को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में बताया है। पंचायत चुनाव में भी गांव में शांति रहे। निष्पक्ष चुनाव हों, इसमें चौकीदारों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। एसपी आरपी सिंह ने चौकीदारों से कहा, जाहिर है गांव में आप भी किसी पक्ष से प्रभावित होंगे पर ग्राम प्रहरी की भूमिका को प्रभावित न होने देना। चूंकि गांव में गतिविधियों पर नजर रखने को आप ही हमारे नाक-कान-आंख हो। एएसपी एनपी सिंह ने कहा, अपनी जिम्मेदारी को समझो। गांव में पार्टी न बनो। अपराधियों पर नजर रखो। बच्चों, युवाओं पर आपकी नजर रहे। अवैध शराब व शस्त्र विभिन्न अपराधों की जानकारी दो। यदि थाने पर आपको दिक्कत है तो सीओ या फिर हम लोगों को बताओ।

बीट कांस्टेबल गांव में चौकीदार से रखेंगे संपर्क

एएसपी ने कहा, अमूमन देखने को मिलता है कि बीट कांस्टेबल गांव में जाकर जन प्रतिनिधि के यहां बैठ जाते हैं। ऐसा न हो, पुलिस कर्मी सबसे पहले चौकीदार से संपर्क करेंगे। चित्र-6 एसआइटी-17

-गांव में पंचायत चुनाव में किसी भी तरह के विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो। उम्मीदवार विभिन्न तरह से मतदाताओं को लालच न देने पाएं। गांव में सफलतापूर्वक मतदान हो। इसके लिए हम अपना जिम्मा निभाएंगे।

- अमरीश कुमार, बड़ेलिया-हरगांव चित्र-6 एसआइटी-18-

हम 1980 से गांव के चौकीदार हैं। गांव में शांति रहे कोई विवाद न हो, इसके लिए हम अपने दायित्वों को भली-भांति जानते हैं। डीएम-एसपी ने हमें सीधे निर्देश दिए हैं कि गांव की प्रत्येक गतिविधि को हम थाने बताएं।

-रामबली, बहरीमऊ गौरा-कमलापुर गांव में हम पुलिस के प्रहरी हैं। अब पंचायत चुनाव में गांव में किसी से विवाद न होने पाए, यह हमारी जिम्मेदारी है। चूंकि हम सरकार से मानदेय लेते हैं इसलिए जिम्मेदारी के प्रति और अधिक संजीदा रहते हैं।

- रमेश, हुसैनपुर-सदरपुर गांव में हम 16 साल से चौकीदार हैं। शनिवार को पहली बार डीएम-एसपी के सामने बैठक में बैठे थे। अधिकारियों ने हमें जिम्मेदारी के बारे में बखूबी समझाया है। गांव में शांति रहे, यह हमारी जिम्मेदारी है।

- ईश्वरदीन, गौरिया प्रहलादपुर-लहरपुर

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