भारत प्राचीनकाल से विश्व का मार्गदर्शक रहा

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का दो दिवसीय

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jan 2021 10:18 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jan 2021 10:18 PM (IST)
भारत प्राचीनकाल से विश्व का मार्गदर्शक रहा
भारत प्राचीनकाल से विश्व का मार्गदर्शक रहा

सीतापुर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का दो दिवसीय प्रांत अभ्यास वर्ग शुक्रवार को आनंदी देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शुरू हुआ। उद्घाटन सत्र में प्रांत अध्यक्ष डॉ. रविद्र सिंह ने विभिन्न जनपदों से आए छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों का स्वागत करते हुए अभ्यास वर्ग की जानकारी दी।

मुख्य वक्ता अभाविप के अखिल भारतीय विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख श्रीहरि बोरिकर ने कहा कि जो अपने आप को भारत का मानता है, उसके लिए पुण्य भूमि है सीतापुर, नैमिष क्षेत्र। अभाविप का विस्तृत परिचय देते हुए उन्होंने बताया कि विद्यार्थी परिषद का लक्ष्य नूतन भारत है, इसकी नींव ही भारत है। उसके अनुसार मानव सभ्यता का प्रारंभ शिक्षा के आदान प्रदान के साथ भारत में हुआ। भारत प्राचीन काल से ही प्रत्येक क्षेत्र में संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन करता रहा है। अभाविप पूर्वी उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय संगठन मंत्री रमेश गड़िया ने कहा किसी संगठन को व्यक्ति निर्माण के अनुकूल कार्य पद्धति की आवश्यकता होती है। अभाविप की कार्य पद्धति की सबसे प्रमुख विशेषता है सामूहिक। उन्होंने उनके अनुसार किसी उद्देश्य के लिए एक साथ आना प्रक्रिया है। एक साथ विचार करने से प्रगति होती है तथा एक साथ मिलकर काम करने से ही सफलता प्राप्त होती है। अभाविप का दो दिवसीय अभ्यास वर्ग प्रारंभ। विभिन्न जिलों के 129 कार्यकर्ता हुए शामिल।

कार्यक्रम में अभाविप के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास, प्रांत मंत्री अंकित शुक्ला प्रांत संगठन मंत्री घनश्याम साहू, प्रांत उपाध्यक्ष संजय बाजपेई, डॉ पंकज सिंह, डॉ मोनिका परमार, डॉ. देवेंद्र मिश्र विशेष आमंत्रित सदस्य डॉ प्रवीण सिंह, जिला प्रमुख मनु शर्मा सहित 126 कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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