श्रद्धापूर्वक पूजे गए भगवान विश्वकर्मा, सजा दरबार
नगर के कार्यदायी संस्थानों में शुक्रवार को धूमधाम से भगवान विश्वकर्मा का पूजन हुआ। औजारों की पूजा की। सभी वर्कशाप में भगवान का दरबार सजाया। भजन-कीर्तन हुआ। कारीगरों ने विधि विधान से पूजा किया। भंडारा आयोजित कर प्रसाद वितरित किया। निजी कारखानों में विश्वकर्मा प्रतिमा स्थापित की गई।
सिद्धार्थनगर : नगर के कार्यदायी संस्थानों में शुक्रवार को धूमधाम से भगवान विश्वकर्मा का पूजन हुआ। औजारों की पूजा की। सभी वर्कशाप में भगवान का दरबार सजाया। भजन-कीर्तन हुआ। कारीगरों ने विधि विधान से पूजा किया। भंडारा आयोजित कर प्रसाद वितरित किया। निजी कारखानों में विश्वकर्मा प्रतिमा स्थापित की गई।
चेयरमैन श्यामबिहारी जायसवाल ने नगर पालिका के वर्कशाप में भगवान विश्वकर्मा का पूजन किया। जेसीबी चालकों ने भजन कीर्तन किया। भोग लगा प्रसाद का वितरण किया। विद्युत विभाग ने हाइडिल तिराहा स्थित पावर हाउस में झांकी सजाई। बिजली के कारीगरों ने पूजन किया। सिचाई विभाग के ड्रेनेज खंड में भी विश्वकर्मा भगवान की प्रतिमा स्थापित की गई। लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड में अवर अभियंता अशोक कुमार गुप्ता मैकेनिकल ने विश्वकर्मा पूजा किया। सहायक अभियंता एसपी गौतम, एसपी सिंह, अवर अभियंता सोहन गुप्ता, यादवेंद्र यादव, आनंद कुमार सिंह, हनुमान प्रसाद, पारसनाथ, ज्ञानेश्वर पांडेय, सौरभ, कुशल पाठक, राजेश सिंह सुभाष, दिनेश चौबे बृजेश दुबे, मिलन, सहबान, हरिश्चंद्र, संतोष, वासुदेव, कमल आदि मौजूद रहे। भीमापार स्थित फर्नीचर कारखाना में राधेश्याम व उनके सहयोगियों ने झांकी निकाली। विधि विधान से मनाई गई भगवान विश्वकर्मा की जयंती सिद्धार्थनगर : बांसी - धानी मार्ग स्थित डा दशरथ चौधरी नेशनल पालीटेक्निक में सृष्टि के सृजनकर्ता भगवान विश्वकर्मा की जयंती विधि विधान से मनाई गई। श्रीबलराम प्रसाद कुलवंती देवी मानव सेवा शिक्षा समिति के तत्वाधान में यांत्रिक कार्यशाला में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विविध कार्यक्रम संपन्न हुये। कथावाचक पंडित उमेश चंद्र मिश्र ने पूजन कार्य संपन्न कराया।
पूजन कार्यक्रम के उपरांत शिक्षाविद् व संस्था निदेशक डा दशरथ चौधरी ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा ही ऐसे देवता हैं जो हर काल में सृजन के देवता रहे हैं व संपूर्ण सृष्टि में जो भी चीजें सृजनात्मक हैं, जिनसे जीवन संचालित होता है वह सब भगवान विश्वकर्मा की देन है। प्रमुख रूप से नरेंद्र सिंह चौधरी, विनय त्रिपाठी, मनमोहन यादव, संतोष गोंड, सुगति नारायण पांडेय, प्रवीण पटेल, दीपक मौर्य, वीरेंद्र कुमार, अशोक चौधरी, अनिल श्रीवास्तव, महेंद्र नाथ पांडेय, राधेश्याम मिश्रा, सोनू वाल्मीकि आदि संस्थानकर्मी उपस्थित रहे।