संक्रामक रोगों ने पांव पसारा, मरीजों से भरे अस्पताल

सिद्धार्थनगर : बाढ़ की विभीषिका कम होने के साथ ही संक्रामक रोग भी तेजी के साथ फैलने शुरू ह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Sep 2017 09:41 PM (IST) Updated:Mon, 04 Sep 2017 09:41 PM (IST)
संक्रामक रोगों ने पांव पसारा, मरीजों से भरे अस्पताल
संक्रामक रोगों ने पांव पसारा, मरीजों से भरे अस्पताल

सिद्धार्थनगर : बाढ़ की विभीषिका कम होने के साथ ही संक्रामक रोग भी तेजी के साथ फैलने शुरू हो गए हैं। घरों में कैद रहे ग्रामीणों को आवागमन की राह आसान हुई तो बाहर निकलने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कोई दो वक्त की रोटी के इंतजाम में कदम निकाल रहा तो बीमारी से ग्रस्त परिजनों को दवा कराने के लिए सरकारी अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं। नजदीक के स्वास्थ्य केंद्रों पर डाक्टरों की कमी के कारण संयुक्त जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। बीते 23 दिनों में बुखार के 26 हजार 195 मरीज सामने आए हैं। अन्य रोगियों की संख्या भी 26 हजार 73 है।

बीते 12 अगस्त से जिले में दस्तक दे चुकी बाढ़ की विभीषिका एक पखवारा बाद कम ही नहीं, खत्म हो गया है। इससे प्रशासन ने राहत की सांस जरूर ली हैं, पर ग्रामीणों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बाढ़ का पानी घुसने से पक्के या हो कच्चे, सभी मकान अस्त-व्यस्त हो चुके हैं। उसे ठीक करने के लिए महिलाओं को मशक्कत करनी पड़ रही है। गांव से बाहर निकलने की राह आसान होने के बाद घरों के मुखिया दो वक्त की रोटी के इंतजाम में भी जुट गए हैं। इन दोनों ¨बदुओं से पहले जटिल समस्या उनके बीमार परिजनों को लेकर है। नजदीक के अस्पतालों में डाक्टरों की घोर कमी के कारण समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। लिहाजा लंबी दूरी तय कर संयुक्त जिला अस्पताल में उपचार कराने को मजबूर हैं। बाढ़ के पूर्व जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन जहां पांच से सात सौ के बीच संख्या पहुंचती रही, वहीं बाढ़ आने के बाद संख्या में दोगुना बढ़ोत्तरी होते हुए लगभग डेढ़ हजार पहुंच गई है। आने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या बुखार से पीड़ित बच्चों की है। जिला चिकित्सालय के ओपीडी में हर डाक्टरों के कक्ष मरीजों व उनके तीमारदारों से पटे पड़े रहते हैं। सुबह आठ से पर्ची काटने का कार्य शुरू होता है, जो एक बजे तक चलता है। सीएमओ कार्यालय में स्थापित संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष के मुताबिक अब तक जिले में दस्त-पेचिस के 7926, बुखार के 26195, आंख-कान के 2302, चर्म रोग के 4432, गैस्ट्रोइंट्रराइटिस के 2712, पीलिया के 12, अन्य रोगियों की संख्या 26 हजार 73 पहुंच गई है। सीएमओ डा. रतन कुमार के मुताबिक अब तक उपचारित रोगियों की संख्या 69 हजार 656 है। इसके अलावा 50746 कूप व नल विसंक्रमण करने के साथ ही 68 हजार 164 क्लोरीन की गोली व 54 हजार 197 ओआरएस पैकेट का वितरण किया जा चुका है।

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