धारदार हथियार से हुई थी विकास की हत्या

निर्माणाधीन आइटीआइ भवन में हुई छात्र विकास गुप्ता की हत्या मामले में पुलिस उलझी है। वहीं बुधवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि धारदार व वजनी हथियार से गले पर प्रहार करके हत्या की गई है। वजनी हथियार के वार से गले की हड्डी पेकिया (नकटी) क्षतिग्रस्त हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 10:55 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:55 PM (IST)
धारदार हथियार से हुई थी विकास की हत्या
धारदार हथियार से हुई थी विकास की हत्या

सिद्धार्थनगर : इटवा थाना क्षेत्र के निर्माणाधीन आइटीआइ भवन में हुई छात्र विकास गुप्ता की हत्या मामले में पुलिस उलझी है। वहीं बुधवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि धारदार व वजनी हथियार से गले पर प्रहार करके हत्या की गई है। वजनी हथियार के वार से गले की हड्डी पेकिया (नकटी) क्षतिग्रस्त हो गई है। गले में दाढ़ी बनाने वाला ब्लेड मिला है। इससे गले की नस को काटा गया और वहीं छोड़ दिया। ब्लेड व चाकू से हड्डी को नहीं काटा जा सकता है। मौत का समय करीब 36 घंटे पूर्व बताया गया है। जो मंगलवार की शाम करीब आठ से नौ बजे माना गया है। वहीं छात्र का मोबाइल अभी तक नहीं मिल सका है। घटना के दो दिन पहले मोबाइल की इनकमिंग व आउटगोइंग समाप्त हो गई थी। पुलिस व एसओजी जांच में जुटी है।

ढेबरुआ थाना के पचमोहनी गांव निवासी 16 वर्षीय विकास गुप्ता की गला काट कर हत्या की गई। वह हाथ में ग्लब्स पहने हुए थे। पालीथिन में शराब भी मिली है। छात्र ने माताप्रसाद जायसवाल इंटर कालेज में 11 वीं कक्षा की अर्धवार्षिक परीक्षा दी। इसके बाद घर गया। फिर घर से यह कहकर निकाला कि वह झकहिया जा रहा है। वहां से इटवा आया। पिता ने मोबाइल को रिचार्ज कराया था। शाम को मोबाइल की लोकेशन मिश्रौलिया क्षेत्र में मिलीं, यहीं से मोबाइल बंद हो गया। मिश्रौलिया से इटवा की दूरी करीब 20 किमी है। अगले दिन मंगलवार को उसका शव मिला। विकास होनहार छात्र रहा और गांव में उसकी किसी से रंजिश नहीं थी। ऐसे में पुलिस की निगाह प्रेम प्रसंग पर टीक गई है। संदेह के आधार पर सहपाठियों समेत एक दर्जन लोगों से थाना में पूछताछ की गई। एसओ इटवा वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि टीम जांच में जुटी हुई है। अभी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है।

पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने कहा कि पर्दाफाश के लिए तीन पुलिस टीमों को लगाया गया है। एसओजी व इटवा थाना की पुलिस संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर रही है। वहीं ढेबरुआ थाना की पुलिस गांव व आसपास के लोगों से छात्र व उसके परिवार से संबंध की जानकारी एकत्र कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद काफी हद तक स्थिति साफ हो जाएगी। पुलिस को जांच के लिए एक निश्चित बिदु मिलेगा।

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