दस बेड का आइसोलेशन वार्ड, मरीजों का इंतजार

कोरोना संक्रमण से ग्रस्त मरीजों को इलाज के लिए प्राइवेट वार्ड में दस बेड का आइसोलेशन वार्ड बना है। वार्ड में आक्सीजन समेत सभी आवश्यक उपकरण मौजूद है जिनके प्रयोग से मरीजों की जान बचाई जा सकती है। दवाओं का भी वार्ड में इंतजाम है। चीफ फार्मासिस्ट टीएन मिश्रा को वार्ड का प्रभारी बनाया गया

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Mar 2020 09:15 PM (IST) Updated:Mon, 23 Mar 2020 09:15 PM (IST)
दस बेड का आइसोलेशन वार्ड, मरीजों का इंतजार
दस बेड का आइसोलेशन वार्ड, मरीजों का इंतजार

सिद्धार्थनगर: कोरोना संक्रमण से ग्रस्त मरीजों को इलाज के लिए प्राइवेट वार्ड में दस बेड का आइसोलेशन वार्ड बना है। वार्ड में आक्सीजन समेत सभी आवश्यक उपकरण मौजूद है, जिनके प्रयोग से मरीजों की जान बचाई जा सकती है। दवाओं का भी वार्ड में इंतजाम है। चीफ फार्मासिस्ट टीएन मिश्रा को वार्ड का प्रभारी बनाया गया है। उनके जिम्मे पूरी व्यवस्था है।

कोरोना को रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा ने तैयारी पूरी कर चुका है। वार्ड में मरीजों को कोई असुविधा न हो इसके लिए संयुक्त जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। एक कमरे में एक-एक बेड रखा गया है। इसके अलावा मास्क, सैनिटाइजर समेत रोग के लक्षण के अनुसार पर्याप्त दवाएं भी मौजूद हैं। शिफ़्टवार चिकित्सकों की तैनाती की गई है। इनके जिम्मे पाजीटिव रोगियों के इलाज का जिम्मा है। इमरजेंसी के पास पांच बेड का आइसोलेशन वार्ड को अलग किया गया है। यहां पर वेंटिलेटर मशीनें लगी हुई हैं।

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इन चिकित्सकों की है ड्यूटी

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रोचिष्मती पांडेय ने शिफ्टवार चिकित्सकों की तैनाती भी कर दी है। डॉ. अरविद गुप्ता, डॉ. लालदेव, डॉ. प्रशांत चौधरी, डॉ. मनोज त्रिपाठी, डॉ. सुनील पासवान, डॉ. सतीश चंद्रा, डा. एम गुप्ता, डॉ. संजय चौधरी को वार्ड में आने वाले मरीजों के इलाज का जिम्मा है।

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