अनुसूचित परिवार पर हमले में आठ गिरफ्तार

थाना क्षेत्र के गोरया गांव में रविवार को एक अनुसूचित परिवार पर मनबढ़ों का कहर बरपा। वह भी तब जब उनके घर से बरात निकल रही थी। रात साढ़े सात बजे वह राछ घूमने की तैयारी कर रहे थे कि इसी दौरान आरोपितों ने लड़कियों से छेड़खानी की। परिवार के सदस्यों व रिश्तेदारों ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ। आरोपितों ने दूल्हा व उसके पिता समेत दस व्यक्तियों को जमकर पीटा। घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पचास व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। आठ की गिरफ्तारी भी की है

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 May 2018 11:43 PM (IST) Updated:Mon, 07 May 2018 11:43 PM (IST)
अनुसूचित परिवार पर हमले में आठ गिरफ्तार
अनुसूचित परिवार पर हमले में आठ गिरफ्तार

सिद्धार्थनगर : थाना क्षेत्र के गोरया गांव में रविवार को एक अनुसूचित परिवार पर मनबढ़ों का कहर बरपा। वह भी तब जब उनके घर से बरात निकल रही थी। रात साढ़े सात बजे वह राछ घूमने की तैयारी कर रहे थे कि इसी दौरान आरोपितों ने लड़कियों से छेड़खानी की। परिवार के सदस्यों व रिश्तेदारों ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ। आरोपितों ने दूल्हा व उसके पिता समेत दस व्यक्तियों को जमकर पीटा। घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पचास व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। आठ की गिरफ्तारी भी की है।

गोरया गांव में भगवती के लड़के प्रमोद की बारात बांसी तहसील क्षेत्र के मधुकरपुर गांव में जानी थी। रात साढ़े सात बजे राछ घूमने का कार्यक्रम चल रहा था इसी बीच गांव के ही एक समुदाय विशेष के लोग बारात विदा कर रही लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने लगे। लड़के के मामा सरोज ने जब विरोध किया तो छेड़खानी करने वाले हाथापाई पर उतारू हो गए। मामला बढ़ता ही गया और देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोग मारपीट पर उतारू हो गए। एक पक्ष के लोगों ने दूल्हे प्रमोद सहित परिवार के दस लोगों को गंभीर रूप से मारपीट कर घायल कर दिया। मारपीट के कारण पूरे गांव में अफरातफरी का माहौल रहा और घायलों को इलाज के लिए रात्रि नौ बजे सीएचसी इटवा पहुंचाया गया। मारपीट में परशुराम, प्रमोद, सुभाष, संजय, कमलावती, नैनमती, सरोज घायल हो गए। घायलों में दूल्हा प्रमोद, दूल्हे के मामा सरोज व सुभाष की हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। तत्काल पुलिस को मामले की जानकारी दी तो मौके पर इटवा, त्रिलोकपुर, मिश्रौलिया,बांसी और गोल्हौरा पुलिस पहुंची और शांति व्यवस्था बनाने के लिए गश्त प्रारंभ किया। पीड़ित परशुराम की तहरीर पर इटवा पुलिस ने बीस नामजद लोगों के साथ पचास लोगों पर अपराध संख्या 55/18 धारा 147, 148, 149, 307, 452, 323, 336, 504, 506, 427 आइपीसी एक्ट 3(2)5 एससीएसटी एक्ट व 7 सीएल एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत करते हुए मिजाज, थप्पू, इजहार, नसीर, अरशद, अल्ताफ हुसैन, मो. फिरोज को गिरफ्तार किया है। इटवा थानाध्यक्ष अंजनी कुमार राय ने बताया कि बाकी नामजद लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। ----

एसपी ने दी सख्त हिदायत

सोमवार सुबह दस बजे गोरया गांव में पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर ¨सह ने पहुंचकर हालत का जायजा लिया। एसपी ने पीड़ित पक्ष के लोगों से बातचीत करके उनका हाल जाना। एसपी ने इटवा एसओ को तत्काल निर्देश दिया कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले किसी भी हाल में बक्शे न जाएं। मौके पर मौजूद डुमरियागंज विधायक राघवेंद्र ¨सह ने पीड़ित परिवार को तत्काल मुआवजा मुहैया कराने की मांग की। ---

गोरया गांव में क‌र्फ्यू का माहौल-गोरया गांव में दो पक्षों के बीच हुए मारपीट के बाद गांव में क‌र्फ्यू का माहौल है। इटवा व गोल्होरा पुलिस गांव में लगातार गश्त करके हालात सामान्य करने में जुटी हुई है। पुलिस की मौजूदगी के कारण गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग घर के अंदर ही हैं।

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पुलिस ने कराई शादी

गोरया मामले में घायल दूल्हे की शादी सोमवार की सुबह सदर थानाध्यक्ष शमशेर बहादुर ¨सह व बांसी कोतवाल रबींद्र कुमार ¨सह ने जिला अस्पताल से मधुकरपुर गांव लाकर कराया। शादी के बाद प्रमोद को पुन: जिला अस्पताल एडमिट कराया गया। बांसी कोतवाल ने बताया कि लड़की की विदाई बुधवार को होगी। लड़की के घर से मिले सामान को गाड़ी पर लदवाकर गोरया भेज दिया गया है। इनसेट

उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं

अलग अलग वक्त पर इटवा विधायक डा.सतीश द्विवेदी व डुमरियागंज विधायक राघवेंद्र प्रताप ¨सह गोरया पहुंचे। डा.द्विवेदी ने पीड़ितों से घटनाक्रम का ब्यौरा लिया और फोन पर अफसरों को हिदायत दी कि दोषियों को किसी भी दशा में बख्शें नहीं। उत्पीड़न करने वाले किसी भी तत्व को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं डुमरियागंज विधायक ने कहा कि समुदाय विशेष ने माहौल बिगाड़ने का सुनियोजित प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में ऐसे अराजक तत्वों को सत्ता और प्रशासन का संरक्षण मिलता रहा जिससे वे निरंकुश हो गए हैं। मगर योगी सरकार में यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ¨हदू युवा वाहिनी ऐसे मामलों पर बेहद गंभीर है।

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