अस्थायी आश्रय गृहों में रखे जाएंगे बेसहारा पशु

कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को प्रशासनिक व निकाय अधिकारियों की बैठक हुई। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को रखने की व्यवस्था पर चर्चा की गई। ऐसे पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण कराने की रूपरेखा तैयार की गई। तहसील स्तर पर कमेटी गठन करने का निर्णय लिया गया

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Jan 2019 10:53 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jan 2019 10:53 PM (IST)
अस्थायी आश्रय गृहों में रखे जाएंगे बेसहारा पशु
अस्थायी आश्रय गृहों में रखे जाएंगे बेसहारा पशु

सिद्धार्थनगर : कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को प्रशासनिक व निकाय अधिकारियों की बैठक हुई। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को रखने की व्यवस्था पर चर्चा की गई। ऐसे पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण कराने की रूपरेखा तैयार की गई। तहसील स्तर पर कमेटी गठन करने का निर्णय लिया गया।

डीएम कुणाल सिल्कू ने कहा कि शासन की मंशा है कि सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं के लिए ग्रामीण व शहरी निकायों में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना किया जाएगा। जो यथा संभव ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका क्षेत्रों में स्थापित की जाएगी। निराश्रित व बेसहारा गोवंश को आश्रय उपलब्ध कराने के संबंध में भूमि चिन्हित किया जाना है। आश्रय गृहों में लाइट, चारा, पानी, सुरक्षा, देखभाल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। संरक्षित मादा गोवंश के प्रजनन सुविधा को भी उपलब्ध कराया जाना है। विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण एवं समुचित चिकित्सा व्यवस्था पूरी की जाएगी। नर गोवंश का बंध्याकरण कराया जाना है। तहसील स्तर पर कमेटी का गठन किया जाएगा। जिसमें अध्यक्ष के रूप में एसडीएम, उप मुख्य चिकित्साधिकारी को सदस्य सचिव, सीओ, बीडीओ, तहसीलदार, नायब तहसीलदार को सदस्य मनोनीत किया जाएगा। नगर निकाय क्षेत्रों में ईओ, ब्लाक क्षेत्रों में बीडीओ, को अध्यक्ष के साथ संबधित पशु चिकित्सा अधिकारी को उपाध्यक्ष, संबधित ग्राम प्रधान, पशुधन प्रसार अधिकारी, वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, एडीओ कृषि, राजस्व निरीक्षक, ग्राम सचिव को सदस्य के रूप में रखा जाएगा।

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