वो कलेक्ट्रेट में, ठप सी हुई तहसीलें

सिद्धार्थनगर : लेखपाल संघ अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़ा है। वह शुक्रवार को भी कलेक्ट्रेट में डटे

By Edited By: Publish:Fri, 26 Aug 2016 10:28 PM (IST) Updated:Fri, 26 Aug 2016 10:28 PM (IST)
वो कलेक्ट्रेट में, ठप सी हुई तहसीलें

सिद्धार्थनगर : लेखपाल संघ अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़ा है। वह शुक्रवार को भी कलेक्ट्रेट में डटे रहे। उनका कहना है कि मांगों से संबंधित शासनादेश जारी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इसमें सरकार जितना ही बिलंब करेगी, आंदोलन उतना ही तेज किया जाएगा।

इनके धरने के चलते तहसीलें बिलकुल ठप सी हो गई हैं। राजस्व से संबंधित कोई काम नहीं हो पा रहा है। जनपदवासी अपने कार्य के लिए दर-दर भटक रहे हैं। खसरा, खतौनी, जाति, आय, निवास, चरित्र, हैसियत, जमानत सत्यापन, परिवारिक लाभ, तहसील दिवस, समाधान दिवस, आईजीआरएस आदि कार्य पूर्णत: बाधित हो रहे हैं। आम आदमी परेशान हो चला है।

लेखपाल संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामकरन गुप्ता ने कहा कि सरकार जब अपना वेतन भत्ता बढ़ाने का प्रस्ताव लाती है, तो वह ध्वनि मत से पारित हो जाता है। कर्मचारियों की सुनने वाला कोई नहीं है। जिलाध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में चल रहे धरने में रामसमुझ, सुधीर श्रीवास्तव, राम देव यादव, देवा नन्द, महेंद्र साहनी, श्यामनाथ यादव, अरुण श्रीवास्तव, शिवाकान्त पाण्डेय, इफ्तखार अहमद, लाल कृष्ण प्रताप, रमेश चंद्र श्रीवास्तव, तिलकधारी ¨सह, शरद शर्मा, जग्गूलाल, जगवीर ¨सह, रमेश चंद्र मिश्र, गणेश त्रिपाठी, राम शंकर दूबे, प्रभात सैनी, प्रियंका त्रिपाठी, अंकिता रंजन, सुमित्रा ¨सह, स्वाती यादव, बबिता ¨सह, माधुरी शुक्ला, प्रियंका ¨सह, कृष्ण भूषण दूबे, दिलीप चौरसिया, नजमुल हसन, जगदीश यादव, अवधेश यादव, सुनील श्रीवास्तव, हरिश्चंद्र, श्रीराम चौरसिया, मोतिम अहमद, प्रमोद श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।

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