माननीय के माथे पड़ीं गहरी सलवटें

सिद्धार्थनगर: मतदाता सूची में हुयी बाजीगरी ने दूसरे चरण के मतदान के दौरान विधानसभाध्यक्ष माता प्रसा

By Edited By: Publish:Tue, 01 Dec 2015 10:49 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2015 10:49 PM (IST)
माननीय के माथे पड़ीं गहरी सलवटें

सिद्धार्थनगर: मतदाता सूची में हुयी बाजीगरी ने दूसरे चरण के मतदान के दौरान विधानसभाध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को परेशान कर दिया। उनके आवास पर उमड़े शिकायतियों ने जब गलतियों की प्रामाणिक जानकारी दी तो उनके माथे सलवटें गहरी हो गयीं। बोले, मुंबई वाले न जाने कहां से प्रकट हो गए आज। तमाम गांव ऐसे हैं जहां यहां रहने वाले आए परदेसियों को नहीं पहचानते। भई, गजब कलाकारी की है कर्मचारियों व अफसरों ने।

चुनाव आयोग की मंशा और उस पर अमल करने वाली वो मशीनरी जो प्रदेश सरकार के अधीन है की मंगलवार को पोल-पट्टी खुल गयी। जागरण टीम से मुखातिब विधानसभाध्यक्ष ने बिना हिचक खामियों को स्वीकार भी किया। कहा कि, इटवा ब्लाक के गांव नावडीह में 57 नाम ऐसे मिले हैं जिनका कोई ओर छोर पता ही नहीं है। वो पड़ोसी जनपद बलरामपुर के निवासी हैं या कहीं और के, किसी को नहीं मालूम। लेकिन नावडीह की मतदाता सूची में शामिल हैं। उन्होंने भावपुर और भदोखर गांव का जिक्र करते हुए बताया कि वहां तमाम ऐसे चेहरे वोट डालने पहुंच गए हैं जो मुंबई या फिर और कहीं रहते हैं। ऐसे चेहरों को गांव के किसी शख्स ने कभी देखा तक नहीं। आज अचानक न जाने कहां से नमूदार हो गए।

फिर दबी जुबान बोले कि घर बैठे जिम्मेदारी निपटाने का यही अंजाम होता है। उन्होंने बताया कि गड़बड़ियों की तमाम शिकायतें स्थानीय अफसरों से की और कुछ मामले निर्वाचन आयोग से कहने पड़े। क्या करें, मजबूरी है।

इनसेट..

आपने सुना क्या डीएम साहब

पारदर्शी व्यवस्था, प्रक्रियागत शुचिता, पूर्ण निष्पक्षता.. और भी न जाने कैसे कैसे दावे करने वाले डीएम साहब, आपने सुना न कि विधानसभाध्यक्ष ने क्या कहा। उनकी बातों से और किसी को फर्क पड़े न पड़े मगर वो मतदाता जिसे अभी तीसरे और चौथे चरण में मतदान करना है, ¨चतित जरूर हो गया होगा। स्वाभाविक सवाल ये है कि क्या जिला प्रशासन अब भी सुधार के लिए कुछ करेगा? या निपट चुके दो चरण की तरह उन चरणों को भी अनसुना कर निपटा देगा।

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