फर्जी आईडी के जरिए जमीन बैनामे की साजिश

सिद्धार्थनगर : भू-माफिया अपने फायदे के लिए किस कदर फर्जीवाड़ा करते हैं, इसका उदाहरण नगर पंचायत क्षे

By Edited By: Publish:Sat, 27 Jun 2015 09:20 PM (IST) Updated:Sat, 27 Jun 2015 09:20 PM (IST)
फर्जी आईडी के जरिए जमीन बैनामे की साजिश

सिद्धार्थनगर :

भू-माफिया अपने फायदे के लिए किस कदर फर्जीवाड़ा करते हैं, इसका उदाहरण नगर पंचायत क्षेत्र में देखने को मिला है। दूसरे की जमीन फर्जी तरीके से बैनामा करने की साजिश रची गई। एडवांस के रूप में साढे तीन लाख रुपया भी लिया गया, परंतु भूमि खरीद रहे व्यक्ति को कुछ शक हुआ और उसने छानबीन की। सामने आया कि जमीन बेचने वाले का नाम गलत है। दूसरे की वोटर आईडी पर अपनी फोटो लगाकर खरीद-फरोख्त करने का भेद खुल गया। पुलिस ने नेपाल रहने वाले एक व्यक्ति को धर दबोचा। मामले में कार्रवाई के बजाय से¨टग-गे¨टग का खेल शुरू हो गया।

नगर पंचायत के अशफाक नगर (औसानपुर) में विधवा महिला अफसाना खातून पत्नी स्व. शाहिद खान रहती हैं। इनके भाई मोहम्मद शोएब वर्तमान में मुंबई रहते हैं। अफसाना के नाम ग्राम बनगवां बरई में 34 बीघे से अधिक की जमीन है। भू-माफियाओं ने इसी जमीन को फर्जी तरीके से बेचने की साजिश की। पहले अफसाना व उसके भाई शोएब के वोटर आईडी पर दूसरे फोटो चस्पा कराकर फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाया गया। फिर नेपाल रहने वाले गुड्डू को अफसाना का भाई शोएब बताकर मिश्रौलिया निवासी कमरे आजम व चौरा बनगवां निवासी शाह फहद ने जमीन का सौदा प्रति मंडी 2 लाख रुपया रमवापुर नेबुआ निवासी शिव पूजन पुत्र रामराज से किया। बयाना के रूप में 3 लाख 50 हजार रूपया एडवांस लिया गया। अगली किश्त 5 लाख रुपए देना तय हुआ। इधर जमीन खरीद रहे शिव पूजन को मामला कुछ संदिग्ध लगा तो उन्होंने छानबीन शुरू की। मालूम चला कि शोएब तो मुंबई में रहते हैं, उनका और अफसाना दोनों की वोटर आईडी तो सही है, परंतु दोनों पर फर्जी फोटो चस्पा किया गया है।

शिव पूजन जब सच्चाई से अवगत हुए तो उन्होंने 5 लाख रुपये की दूसरी किश्त देने के बहाने पार्टी को बुलाया और फिर नेपाल के गुड्डू जो वोटर आईडी में शोएब व अफसाना के भाई बने हुए थे, जैसे ही वह रुपया लेने आए, उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। बताते हैं कि प्रकरण भू-माफियाओं से जुड़ा था, इसलिए से¨टग-गे¨टग का खेल शुरू हो गया। इधर विधवा महिला ने लिखित तहरीर पुलिस को देते हुए कार्रवाई की मांग कर रही है, उधर पुलिस तहरीर मिलने से ही साफ इंकार कर रही है। शिव पूजन का एडवांस लिया रुपया वापस दिलाने एवं खुद के फील गुड करने के चक्कर में पुलिस मामले को रफा-दफा कराना चाह रही है। डुमरियागंज कोतवाल डा. उपेन्द्र राय का कहना है कि फर्जी वोटर आईडी के जरिए जमीन बेचने संबंधित शिकायत मिली थी, पूछताछ के लिए एक को हिरासत में लिया गया। मगर दोनों पक्ष

प्रकरण गंभीर है। यदि पीड़ित पक्ष ने कोई तहरीर दी है तो मुकदमा जरूर दर्ज होगा। यदि कोई अचड़चन है तो संबंधित सीओ या मुझसे पीड़ित अपनी बात रख सकता है। न्याय जरूर मिलेगा। फर्जीवाड़ा करने वाले जेल जाएंगे।

केके चौधरी

पुलिस अधीक्षक, सिद्धार्थनगर

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