पोलियो से मुक्ति के लिए दो बूंद अहम

सिद्धार्थनगर : जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार ने रविवार को मुख्यालय से सटे प्राथमिक विद्यालय थरौली प

By Edited By: Publish:Sun, 22 Feb 2015 09:13 PM (IST) Updated:Sun, 22 Feb 2015 09:13 PM (IST)
पोलियो से मुक्ति के लिए दो बूंद अहम

सिद्धार्थनगर : जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार ने रविवार को मुख्यालय से सटे प्राथमिक विद्यालय थरौली पर प्रात: 8 बजे एक दर्जन बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाकर बूथ दिवस का शुभारंभ किया।

उद्घाटन अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि पोलियो एक लाइलाज बीमारी है। इससे बचने के लिए 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को वैक्सीन की दो बूंद पिलाया जाना नितांत आवश्यक है। बच्चों के बीच पोषाहार का वितरण व हाट कुक्ड योजना के तहत गरमा गरम भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि अपने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ पोलियो बूथों का निरीक्षण करें।

प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डा. सतीश कुमार, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विजय कुमार गुप्ता, प्रभारी चिकित्साधिकारी नौगढ़ डा. अभय प्रताप सिंह, यूनीसेफ के देवकांत शर्मा, ब्लाक समन्वयक मुकेश मौर्य, पर्यवेक्षक शहाबुद्दीन सिद्दीकी, सूचना विभाग के वरिष्ठ सहायक नजमुल हुदा, बेसिक शिक्षा विभाग की सावित्री मणि त्रिपाठी, कंचन मिश्रा, अलका त्रिपाठी, सीमा शर्मा, प्राची सिंह, आशा मंजू, मीना सिंह, सूचना विभाग के दयाराम की मौजूदगी रही। सोमवार से छूटे बच्चों को ड्राप पिलाने का कार्य गठित टीम के सदस्यों द्वारा किया जाएगा।

---

गैरहाजिर रहे अन्य विभाग के अफसर

पोलियो अभियान के ताजा चरण में बूथ दिवस का उद्घाटन रविवार को प्रात: 8 बजे जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार ने किया, पर प्रभारी सीएमओ को छोड़कर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, उपजिलाधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी जैसे अफसरों की मौजूदगी न रहना निश्चय ही व्यवस्था पर सवालियां निशान है। हाट कुक्ड योजना, मिड डे मिल से संबंधित गड़बड़ियों की मौके पर शिकायत आने पर जिलाधिकारी के पास सिर्फ पत्र लिखने के अलावा कोई चारा नहीं है। इन अफसरों की अनुपस्थिति कोई नई बात नहीं है, पर सवाल यह है कि इन मौजूदगी को लेकर आला अफसर खासकर जिलाधिकारी कब चतेंगे। ऐसा भी नहीं कि उद्घाटन के समय संबंधित अफसरों के पास काम का कोई बोझ हो। बहरहाल अगले चरण में अफसरों की मौजूदगी रहेगी या नहीं, भविष्य की बात है।

chat bot
आपका साथी