गेहूं क्रय केन्द्र न होने से किसानों में रोष
सिद्धार्थ नगर : बांसी क्षेत्र के एक दर्जन गावों के किसान अपनी उपज बेचने के लिए परेशान हैं। एक तो कुछ गेहूं क्रय केन्द्र बंद हैं तो दूसरी तरफ 12 किमी. दूर बने क्रय केन्द्र पर किसान अपनी उपज लेकर कैसे पहुंचे? यह संकट खड़ा हो गया है। आक्रोशित किसान स्थानीय चेतिया बाजार में क्रय केन्द्र के स्थापना की मांग प्रशासन से कर रहे हैं।
क्षेत्र के छतवा, अशोगवा, जिगना, तिघरा, नेऊरी, मंझरिया, बडहरघाट, रेहरा, संग्रामपुर, डुमरिया पाण्डेय, रूद्रपुर, मालीजोत, सुकरौली, तीवर आदि सौ से अधिक ग्राम ऐसे हैं जहां के किसान हर वर्ष क्रय केन्द्र दूर होने से अपनी उपज को बिचौलियों के हाथों बेचने के लिए मजबूर हैं। यहां के बडे़ किसान अगर 12 किमी दूर स्थित बांसी के रानीगंज क्रय केन्द्र पर आते भी हैं तो उन्हें माल भाड़ा ही इतना देना पड़ता है कि उनकी हालत पतली हो जाती है। क्षेत्र के किसान राम लाल चौरसिया, अज्ञा राम, राम मिलन त्रिपाठी, जगदीश चौरसिया, विकास नारायण चौरसिया, सनाउल्लाह, नियामतुल्लाह आदि का कहना है कि उपज का सही मूल्य देने का राग अलापने वाली सरकार व्यवस्था में खामी कर हमें इस लाभ से वंचित कर रही है। नजदीक क्रय केन्द्रों का निर्धारण कर दिया जाये तो इसका लाभ किसानों को मिल जाएगा। अन्यथा धान की फसल जैसे गेहूं भी औने-पौने दाम पर बेचना पड़ेगा।