बाल विवाह और दहेज के खिलाफ बुलंद करेंगे आवाज
श्रावस्ती : स्कूलों में अपनी शिक्षा पूरी कर रहे बच्चे समाज में व्याप्त बाल विवाह व दहेज जैसी कुप्रथ्
श्रावस्ती : स्कूलों में अपनी शिक्षा पूरी कर रहे बच्चे समाज में व्याप्त बाल विवाह व दहेज जैसी कुप्रथा से व्यथित हैं। इसे वे एक बीमारी मानते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर नौनिहाल इस समस्या के खिलाफ आवाज बुलंद करने की शपथ लेंगे।
दहेज लेना है पाप
दहेज समाज में बीमारी की तरह है। दहेज के लोभी पाप के भागीदार हो रहे हैं। इस समस्या के प्रति समाज के लोगों में चेतना जगाने का प्रयास करूंगा।
-सुशांत गुप्ता, छात्र
लोगों को करूंगा जागरूक
दहेज की बुराई तो सब जानते हैं, लेकिन जब दहेज देने की बात आती है तब यह बुराई लगता है। दहेज लेने के वक्त लोगों के आंखों पर पर्दा पड़ जाता है। इसके बारे में लोगों को जागरूक करूंगा।
-आयुष सोनी, छात्र
अभिशाप है बाल विवाह
कम उम्र मे बेटे-बेटियों का विवाह कर देने से उनका जीवन नरक हो जाता है। विकास की रफ्तार मंद हो जाती है। बीमारियां भी घेर लेती हैं। इससे बचने के लिए लोगों को प्रेरित करूंगी।
-खुशी श्रीवास्तव, छात्रा
टीम बनाकर करूंगी काम
-दहेज व बाल विवाह दोनों समाज के लिए जहर है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए टीम बनाऊंगी। यदि कहीं बाल विवाह की शिकायत मिलती है तो पहले हम रोकेंगे। बात नहीं बनी तो पुलिस में शिकायत करूंगी।
-नैना नैयर, छात्रा