गन्ना जला किसानों का गुस्सा फूटा, किया चक्का जाम
जागरण टीम श्रावस्ती गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान
जागरण टीम, श्रावस्ती: गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। चक्का जाम कर किसानों ने गन्ने की फसल सड़क पर जलाई और अपना विरोध प्रदर्शित किया। आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया।
इकौना तहसील क्षेत्र में भाकियू कार्यकर्ताओं ने बौद्ध परिपथ पर गन्ने की फसल रखकर प्रदर्शन किया। तहसील अध्यक्ष सोम शर्मा ने कहा कि गन्ने की कीमत न बढ़ने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। खेत में कड़ी मेहनत के बाद भी किसानों को वाजिब प्रतिफल नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि गन्ने का न्यूनतम मूल्य 450 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया जाए। किसान नेता विनोद शुक्ला ने किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न मिलने पर आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों के समस्या की परवाह होनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से तत्काल बकाया भुगतान करने की मांग की। चीनी मिलों पर घटतौली करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने इसे बंद करवाने की मांग की। इसके अलावा गन्ना क्रय केंद्रों पर उतरवाई व लदवाई के नाम पर किसानों से हो रही अवैध वसूली रोकने की भी अपेक्षा की। धरना-प्रदर्शन के बाद चार सूत्रीय मांग पत्र एसडीएम राजेश मिश्र को सौंपा गया। लालता यादव, मनोज पांडेय, वंशराज, तुंगनाथ, विजय कुमार, प्रदीप मिश्र आदि किसान मौजूद रहे। इसी प्रकार भिनगा तहसील क्षेत्र में भाकियू जिलाध्यक्ष रामस्वरूप वर्मा के नेतृत्व में किसानों ने भिनगा-बहराइच हाईवे पर गन्ना जला कर चक्का जाम किया। इस दौरान लगभग 30 मिनट तक सड़क पर आवागमन प्रभावित रहा। किसानों की समस्या के संबंध में आवाज बुलंद करने के बाद एसडीएम भिनगा चंद्रमोहन गर्ग को ज्ञापन सौंपा। शिव गोपाल, संतोष कुमार, रामफेरन, अजय कुमार, सुनीता, महेश कुमार आदि मौजूद रहे। इसी क्रम में जमुनहा तहसील में भी भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन व चक्का जाम किया।