102 लेखपालों के सहारे सवा लाख किसानों के सत्यापन का काम

भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए लगभग सवा लाख किसानों के सत्

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 10:30 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 10:30 PM (IST)
102 लेखपालों के सहारे सवा लाख किसानों के सत्यापन का काम
102 लेखपालों के सहारे सवा लाख किसानों के सत्यापन का काम

भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए लगभग सवा लाख किसानों के सत्यापन की जिम्मेदारी 102 लेखपालों के भरोसे है। योजना का लाभ पाने के लिए किसान कंप्यूटर केंद्रों से लेकर तहसील कार्यालयों तक चक्कर काट रहे हैं।

पांच एकड़ (25 बीघा) से कम भूमि के मालिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिलना है। इसके लिए 24 फरवरी को पहली किश्त का भुगतान होना संभावित है। किसानों के भूस्वामित्व की पुष्टि लेखपाल की रिपोर्ट से होगी। कृषि विभाग फाइल को आगे बढ़ाएगा। गांवों में इस कार्य के लिए बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। सेहनिया के किसान अरुण पांडेय ने बताया कि 100 से 200 रुपये प्रति किसान वसूली हो रही है। खतौनी के लिए केंद्रों पर किसान घंटों कतारबद्ध रहने को विवश हैं। आठ हजार किसानों की भेजी गई सूची -

जिला कृषि अधिकारी आरपी राना ने बताया कि कुल एक लाख 72 हजार किसान पंजीकृत हैं। यह आंकड़ा लेखपालों को दिया गया है। जिले में कुल लगभग दो लाख किसान हैं। इनमें से लगभग सवा लाख लघु सीमांत किसान हैं। अब तक आठ हजार किसानों की रिपोर्ट मिली है। इसे भुगतान के लिए मुख्यालय भेज दिया गया है। लेखपाल ही करेंगे काम -

कृषि अधिकारी ने बताया कि किसी केंद्र पर पंजीकरण कराने से कोई लाभ नहीं है। किसान अपनी खतौनी, आधार कार्ड व बैंक पासबुक की छायाप्रति तथा मोबाइल नंबर लेखपाल को दें। सत्यापन लेखपाल से ही होगा। इसकी कोई फीस नहीं है। किसान पंजीकरण की वेबसाइट मुख्यालय से बंद है। ऐसे में कंप्यूटर केंद्र का चक्कर न लगाएं। 181 लेखपालों के पद हैं सृजित-

अपर जिलाधिकारी योगानंद पांडेय ने बताया कि जिले में कुल 181 लेखपालों के पद सृजित हैं। इसके सापेक्ष 102 लेखपाल तैनात हैं। इनमें से चार को प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। 98 लेखपालों से वर्तमान में काम लिया जा रहा है।

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