चिकित्सक न संसाधन कैसे बढ़े पशुपालन

श्रावस्ती : किसानों को पशुपालन कर आय के स्रोत बढ़ाने की सीख दी जा रही है। दुधारू पशुओं को खरीदने के

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 11:30 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 11:30 PM (IST)
चिकित्सक न संसाधन कैसे बढ़े पशुपालन
चिकित्सक न संसाधन कैसे बढ़े पशुपालन

श्रावस्ती : किसानों को पशुपालन कर आय के स्रोत बढ़ाने की सीख दी जा रही है। दुधारू पशुओं को खरीदने के लिए अनुदानित दर पर ऋण भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह व्यवस्था संसाधनों की कमी के चलते किसानों को रास नहीं आ रही है। मवेशियों के बीमार होने पर यहां इलाज के मुकम्मल इंतजाम नहीं हैं। पशु अस्पताल चिकित्सकों व दवाओं से खाली हैं। ऐसे में लाखों रुपये लगाकर अच्छे नस्ल के दुधारू मवेशियों का पालन करने की हिम्मत लोग नहीं कर पा रहे हैं।

पांच विकास खंडों में विभक्त श्रावस्ती जिले में पशुओं की चिकित्सा के लिए कुल 13 पशु चिकित्सालय स्थापित हैं। भवन निर्माण पर तो लाखों रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन यहां संसाधनों का इंतजाम न होने से पशु चिकित्सा केंद्र पशुपालकों को रास नहीं आ रहे हैं। केंद्रों पर गिने-चुने कर्मी ही तैनात हैं। वे भी कभी टीकाकरण तो कभी अन्य बहानों से अस्पताल से गायब रहते हैं। इस प्रकार पशु चिकित्सा केंद्रों पर अधिकांश समय ताला लटकता रहता है। मवेशियों के बीमार होने पर पशुपालक इधर-उधर भटकने को विवश होते हैं। कई बार मवेशियों की मौत भी हो जाती है। सृजित पद व तैनाती का विवरण

पद नाम सृजित पद तैनाती रिक्त

मु. पशु चिकित्साधिकारी 01 01 00

उप मु. पशु चिकित्साधिकारी 04 02 02

पशु चिकित्सक 10 06 04

फार्मासिस्ट 13 03 10

पशुधन अधिकारी 05 04 01 संसाधनों की कुछ कमी तो है, इसके बावजूद भी पशुओं को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश की जाती है। बहुउद्देशीय सचल वाहन भी पशुओं को तत्काल चिकित्सा उपलब्ध करा रहा है। सृजित पदों के सापेक्ष तैनाती न होने के विषय में शासन को अवगत कराया गया है।

- डॉ. विजय मलिक, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी

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