स्कूल वैन की ट्रक से भिड़ंत, पांच गंभीर घायल

जागरण संवाददाता, शामली : ¨झझाना रोड पर नहर पुल के पास स्कूल वैन की सामने से आ रहे ट्र

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 10:28 PM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 10:28 PM (IST)
स्कूल वैन की ट्रक से भिड़ंत, पांच गंभीर घायल
स्कूल वैन की ट्रक से भिड़ंत, पांच गंभीर घायल

जागरण संवाददाता, शामली :

¨झझाना रोड पर नहर पुल के पास स्कूल वैन की सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ंत हो गई। हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें चालक व एक छात्रा की हालत नाजुक है। ट्रक को लेकर चालक फरार हो गया। पुलिस को अभी तहरीर नहीं मिली है।

मुंडेट स्थित सेंट आरसी स्कूल की छुट्टी के बाद छात्र-छात्राएं नहर के रास्ते वैन से घर जा रहे थे। इसमें 15 से अधिक छात्र-छात्राएं सवार थे। जब वैन मेरठ-करनाल हाइवे पर पहुंची तो सड़क में गड्ढों के चलते चालक वैन को रोंग साइड ले गया। तभी बालाजी धाम के पास सामने से तेज गति से आ रहे ट्रक से भिड़ंत हो गई। वैन ट्रक की एक साइड से काफी दूर तक घिसटती रही। वैन में सवार छात्र-छात्राओं में चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोगों ने घायलों को वैन से निकाला और पुलिस को सूचना दी। एंबुलेंस के पहुंचने से पहले लोग अपने वाहनों से घायलों को शहर के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। सूचना पर घायलों के परिजन भी वहां आ गए। चालक लोकेश पुत्र विजयपाल निवासी गोशाला रोड और कक्षा दस की छात्रा यशस्वी पुत्री संजीव शर्मा निवासी आर्यपुरी को हायर सेंटर रेफर कर दिया। इसके अलावा कृष्णा पुत्र पराग गर्ग (कक्षा-4) निवासी दयानंदनगर, जय पुत्र सुधीर कुमार (कक्षा-2) निवासी आर्यपुरी, अर्षित शर्मा पुत्र कपिल शर्मा (कक्षा-6) निवासी विश्वकर्मा नगर को भी काफी चोट आई हैं। अस्पताल पहुंचे स्कूल के प्रबंधक संजय संगल और प्रधानाचार्य मीनू संगल को घायलों परिजनों के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा। वैन में सवार अन्य बच्चों को भी हल्की चोट आई हैं। इनकी घटनास्थल के आसपास ही निजी डॉक्टरों के यहां मरहम पट्टी कर घर भेज दिया गया। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कालरा ने बताया कि ट्रक चालक का कुछ पता नहीं चल सका है। किसी की ओर से तहरीर नहीं मिली है। उधर, घायल छात्रों के परिजन अस्पताल पहुंचे और अपने बच्चों को लहुलुहान देखकर बिलख पड़े।

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स्कूल वैन देख थम गई सांसें

भिड़ंत इतनी भीषण थी कि स्कूल वैन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। इसे देखकर लग रहा था कि शायद ही कोई बचा हो। हादसे की सूचना पर जो परिजन घटनास्थल पहुंचे, उनकी तो सांसें ही थम गई। अनहोनी का डर मन में घर कर गया। जब उन्होंने देखा कि उनके बच्चों को हल्की चोट आई है तो कुछ जान में जान आई। गंभीर घायलों के परिजन सीधे अस्पताल ही पहुंचे थे।

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