पुलवामा शहीदों के नाम मां शाकुंभरी तक पैदल यात्रा

मां शाकुंभरी देवी के लिए एक पदयात्रा शुरू हुई तो लोग देशभक्ति के भाव से लबालब हो गए। क्षेत्र के गांव लिलौन के लोगों ने यह यात्रा पुलवामा शहीदों के नाम की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Sep 2019 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 10 Sep 2019 06:25 AM (IST)
पुलवामा शहीदों के नाम मां शाकुंभरी तक पैदल यात्रा
पुलवामा शहीदों के नाम मां शाकुंभरी तक पैदल यात्रा

शामली,जेएनएन। मां शाकुंभरी देवी के लिए एक पदयात्रा शुरू हुई तो लोग देशभक्ति के भाव से लबालब हो गए। क्षेत्र के गांव लिलौन के लोगों ने यह यात्रा पुलवामा शहीदों के नाम की है। इसमें शहीद प्रदीप प्रजापति और अमित कोरी के परिजन भी शामिल हुए। माता के जयकारे के साथ भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे।

14 फरवरी 2019 को वो दिन कोई नहीं भूल सकता है, जब पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 45 जवान शहीद हुए थे। इनमें शामली के मोहल्ला रेलपार निवासी अमित कोरी और बनत निवासी प्रदीप प्रजापति भी शामिल थे। पुलवामा के सभी शहीदों को नमन करने के लिए लिलौन गांव के लोगों ने शाकुंभरी देवी की यात्रा पुलवामा शहीदों को समर्पित करने का निर्णय लिया। सोमवार को गांव से यात्रा शुरू हुई। एक वाहन में शहीद अमित कोरी और प्रदीप प्रजापति का चित्र था। साथ ही अन्य शहीदों के चित्र बैनर पर थे। धीमानपुरा फाटक के पास शहीद प्रदीप के पिता जगदीश प्रजापति, माता स्नेहलता और शहीद अमित के पिता सोहनपाल, मां उर्मिला व भाई यात्रा में शामिल हो गए। लोग नारे लगा रहे थे कि जब तक सूरज चांद रहेगा, शहीद प्रदीप,अमित तेरा नाम रहेगा। इस दौरान परिजनों की आंखें नम हो गई। परिजन एसटी तिराहे तक यात्रा में शामिल रहे और यहां से घर लौट गए। यात्रा में शामिल लिलौन निवासी सूरज कुमार, कपिल सिंह आदि का कहना था कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों को हम कभी भुला नहीं सकते।

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