यमुना लील रही जिदगी, जिम्मेदारों की नहीं टूट रही नींद

कैराना क्षेत्र में यूपी-हरियाणा की सीमा को जोड़ने वाली यमुना नदी श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केन्द्र है लेकिन यहां स्नान करने की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण हर साल दर्जनों जिदगी काल की ग्रास बन जाती हैं। प्रशासन यमुना किनारे पक्के घाट की व्यवस्था नहीं करा सका है। अवैध खनन पर भी अंकुश नहीं है जिससे यमुना में स्नान करने पहुंचने वाले कई श्रद्धालु अवैध रेत खनन के दौरान बने गहरे कुंड में समाकर जान गंवा देते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Jul 2020 10:17 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jul 2020 10:17 PM (IST)
यमुना लील रही जिदगी, जिम्मेदारों की नहीं टूट रही नींद
यमुना लील रही जिदगी, जिम्मेदारों की नहीं टूट रही नींद

शामली, जेएनएन। कैराना क्षेत्र में यूपी-हरियाणा की सीमा को जोड़ने वाली यमुना नदी श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केन्द्र है, लेकिन यहां स्नान करने की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण हर साल दर्जनों जिदगी काल की ग्रास बन जाती हैं। प्रशासन यमुना किनारे पक्के घाट की व्यवस्था नहीं करा सका है। अवैध खनन पर भी अंकुश नहीं है, जिससे यमुना में स्नान करने पहुंचने वाले कई श्रद्धालु अवैध रेत खनन के दौरान बने गहरे कुंड में समाकर जान गंवा देते हैं।

क्षेत्र में यमुना नदी पर गंगा दशहरा, अमावस्या, कार्तिक पूर्णिमा, छठ पूजा व कांवड़ मेला आदि पर्वो पर श्रद्धालु दूरदराज से स्नान करने पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं के स्नान करने के लिए यहां पर पक्के घाट की व्यवस्था नहीं है। यमुना में होने वाली अवैध रेत खनन के कारण यहां गहरे कुंड बने हुए हैं। जिससे हर साल स्नान के दौरान दर्जनों जिदगी काल के गाल में समा रही हैं। प्रशासन की ओर से नदी पर कोई नोटिस या सचेत करने को बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। यमुना नदी पर प्रशासन की व्यवस्था पर भी अक्सर सवाल खड़े होते रहे हैं। श्रद्धालु कहते हैं कि यदि यमुना नदी पर पक्का घाट बन जाए तो हर साल डूबने वाले लोगों की जिदगी बच सकती है। शासन-प्रशासन की अनदेखी के कारण अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

-----------

यमुना नदी में स्नान के दौरान हुई मौत

1- 1 जुलाई 2019 को हरियाणा के पानीपत निवासी एक युवक की यमुना में स्नान के दौरान डूबने से मौत हो गयी थी।

2- 14 सितंबर 2019 खादर के गांव मलकपुर निवासी सात युवाओं की यमुना नदी में स्नान के दौरान डूबने से मौत हो गई थी।

3- 29 मई 2020 को कैराना के गांव गदराऊ निवासी एक युवक की यमुना में स्नान के दौरान डूबने से मौत हो गई थी।

4- 25 मई 2020 तहसील क्षेत्र के गांव इस्सोपुरटीम में रहने वाले एक युवक की यमुना नदी में स्नान के दौरान डूबने से मौत हो गई।

5-18 जुलाई 2020 में कैराना के मौहल्ला रेतेवाला निवासी तीन किशोरों की यमुना में स्नान के दौरान डूबने से मौत हो गयी थी।

----------

बोले श्रद्धालु

महाराज सुभाष गिरी चिता महादेव मन्दिर ने बताया कि यमुना नदी पर प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं है। यमुना नदी पर गढ़ व हरिद्वार जैसे पक्के घाट की स्थापना होनी चाहिए। घाट के आसपास होने वाली अवैध रेत खनन पर लगाम लगनी चाहिये।

-पंडित सुरेन्द्र शास्त्री ने बताया कि यमुना नदी पर श्रद्धालुओं के लिये कोई खास सुविधा नहीं है, जिसके कारण हर वर्ष यमुना में डूबने से युवाओं की मौत हो रही है। नदी पर पक्का घाट बनाना अति आवश्यक है।

इन्होंने कहा

सिंचाई विभाग को पत्र लिखकर यमुना नदी पर पक्का घाट व श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक व्यवस्था कराने की कोशिश की जाएगी।

-उद्भव त्रिपाठी, एसडीएम कैराना

chat bot
आपका साथी