श्रावण के अंतिम सोमवार को हुआ महादेव का जलाभिषेक

श्रावण मास के अंतिम सोमवार को जिलेभर में महादेव का जलाभिषेक और पूजन किया गया। शिवालयों में अधिक श्रद्धालु नहीं पहुंचे और अधिकांश ने घर में ही जलाभिषेक किया। गुलजारीवाला मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहे। प्रमुख शिवालयों के बाहर पुलिस भी तैनात रही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:11 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 11:11 PM (IST)
श्रावण के अंतिम सोमवार को हुआ महादेव का जलाभिषेक
श्रावण के अंतिम सोमवार को हुआ महादेव का जलाभिषेक

शामली, जेएनएन। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को जिलेभर में महादेव का जलाभिषेक और पूजन किया गया। शिवालयों में अधिक श्रद्धालु नहीं पहुंचे और अधिकांश ने घर में ही जलाभिषेक किया। गुलजारीवाला मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहे। प्रमुख शिवालयों के बाहर पुलिस भी तैनात रही।

श्रावण मास छह जुलाई को सोमवार के दिन से ही शुरू हुआ था और तीन जुलाई को सोमवार के दिन ही माह खत्म हो गया। कोरोनाकाल में आठ जून से धार्मिक स्थल खुले और एक बार में पांच से अधिक श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं है। प्रशासन, मंदिर कमेटी और पुजारियों की ओर से लगातार अपील की जा रही थी कि श्रावण मास में घरों में ही पूजा-अर्चना करें। इसका असर भी दिखा। श्रावण सोमवार हों या शिवरात्रि, शिवालयों में कम ही श्रद्धालु पहुंचे। श्रावण के अंतिम दिन और अंतिम सोमवार को सुबह के वक्त श्रीमुक्तेश्वर महादेव सतीवाला मंदिर, हनुमान धाम परिसर में स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर, सदाशिव मंदिर और भाकूवाला में कुछ ही श्रद्धालु पहुंचे। एक बार में एक श्रद्धालु को गर्भगृह में प्रवेश करने दिया गया। श्रद्धालु पवन कश्यप व आकाश कौशिक ने बताया कि घर के पूजा स्थल में ही पूरे श्रावण मास शिवलिग पर जल अर्पित किया। हनुमान धाम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सलिल द्विवेदी ने बताया कि इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही पहुंचते रहे। गेट पर थर्मल स्क्रीनिग की व्यवस्था पहले से है। वहीं, कैराना रोड स्थित गुलजारीवाला मंदिर पूरे श्रावण मास श्रद्धालुओं के लिए बंद रहा। ऐसे में मंगलवार को ही मंदिर खुलेगा, लेकिन एक बार में पांच से कम श्रद्धालुओं को ही अनुमति दी जाएगी।

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