मंदिर निर्माण पूरा होने पर अयोध्या में करूंगा रामकथा: अरविद दृ़ष्टा
प्रसिद्ध रामकथा वाचक अरविद दृ़ष्टा का कहना है कि उन्होंने संकल्प लिया है कि मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद पहली कथा वह अयोध्या में ही करेंगे। इससे पहले उन्होंने जून 2019 में संकल्प लिया था कि जब तक मंदिर निर्माण को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं आता है तब तक रामलला के दर्शन करने को नहीं जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद वह अयोध्या गए थे।
शामली, जेएनएन। प्रसिद्ध रामकथा वाचक अरविद दृ़ष्टा का कहना है कि उन्होंने संकल्प लिया है कि मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद पहली कथा वह अयोध्या में ही करेंगे। इससे पहले उन्होंने जून 2019 में संकल्प लिया था कि जब तक मंदिर निर्माण को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं आता है, तब तक रामलला के दर्शन करने को नहीं जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद वह अयोध्या गए थे।
रामकथा वाचक अरविद ²ष्टा ने बताया कि करीब 500 वर्ष बाद भगवान राम की जन्मस्थली पर भव्य मंदिर निर्माण की घड़ी आई है। हम सभी के लिए यह दिन दीपावली से भी बढ़कर है। क्योंकि दीपावली हम सभी भगवान राम के वनवास खत्म कर अयोध्या लौटने की खुशी में मनाते हैं और बुधवार को मंदिर की नींव रखी जाएगी। राम हिदु समाज की आस्था के प्रतीक हैं। हमारे रोम-रोम में राम हैं। राम मंदिर निर्माण में मुहूर्त का विचार ही गलत: शास्त्री
शामली: रामकथा वाचक पंडित प्रभुशंकर शास्त्री का कहना है कि कुछ लोग राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को लेकर मुहूर्त न होने जैसी बातें कर रहे हैं, जबकि भगवान के मंदिर निर्माण में मुहूर्त का विचार करना ही गलत है। वह कहते हैं जब अयोध्या में श्रीराम को राजा बनाने की बात आई तो गुरु वशिष्ठ ने कहा था कि जब भी राम राजा बनेंगे, वही शुभ मुहूर्त होगा। ऐसे में भगवान के भव्य मंदिर की नींव रखी जा रही है तो सभी दिन, समय शुभ हैं।