सरकारी अस्पताल में ही डेंगू का खतरा, मिला लार्वा

स्वास्थ्य विभाग संचारी रोगों की रोकथाम को लेकर तरह-तरह के दावे करता है लेकिन सरकारी अस्पताल में ही डेंगू और चिकनगुनिया आदि का खतरा है। यहां पर एडीज मच्छर के लार्वा-प्यूपा काफी मात्रा में मिले हैं। चिकित्सा अधीक्षक समेत कई को नोटिस जारी किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 10:51 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 10:51 PM (IST)
सरकारी अस्पताल में ही डेंगू का खतरा, मिला लार्वा
सरकारी अस्पताल में ही डेंगू का खतरा, मिला लार्वा

शामली, जागरण टीम। स्वास्थ्य विभाग संचारी रोगों की रोकथाम को लेकर तरह-तरह के दावे करता है, लेकिन सरकारी अस्पताल में ही डेंगू और चिकनगुनिया आदि का खतरा है। यहां पर एडीज मच्छर के लार्वा-प्यूपा काफी मात्रा में मिले हैं। चिकित्सा अधीक्षक समेत कई को नोटिस जारी किए जाएंगे।

दरअसल, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) की पांच सदस्यीय टीम शुक्रवार को जिले में आई। सबसे पहले टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) शामली पहुंची। यहां पर लगे कूलरों में पानी भरा था, जिसमें एडीज मच्छर का लार्वा एवं प्यूपा मिला है। टीबी कक्ष की छत पर भी बारिश का पानी भरा हुआ था। आवासीय परिसर में एक कर्मचारी के कूलर, छत पर रखे टायरों और एक कर्मचारी के कूलर में लार्वा एवं प्यूपा मिला है। इसके बाद टीम रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां आवासीय परिसर में चार घरों के कूलर में लार्वा मिला और मौके पर ही जिला मलेरिया अधिकारी ने नोटिस जारी किए। लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में भी तारकोल के ड्रम आदि में लार्वा मिला है, लेकिन यहां नोटिस नहीं दिया गया। टीम पूरा सर्वे कर रिपोर्ट केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को सौंपेगी। थानाभवन और ऊन में भी स्थिति को देखा जाएगा।

जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि जहां-जहां भी लार्वा-प्यूपा मिला, उसे नष्ट करा दिया गया है। सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक को भी नोटिस दिया जाएगा। साथ ही जिन कार्यालय एवं आवास पर लार्वा मिला है, संबंधित को नोटिस दिए जाएंगे। प्यूपा से मच्छर बनने में लगते हैं 24 घंटे

अंडे से लार्वा, लार्वा से प्यूपा और प्यूपा से एडीज मच्छर बनता है। प्यूपा बनने की प्रक्रिया में सात दिन का वक्त लगता है और प्यूपा से मच्छर बनने में एक दिन या 24 घंटे ही लगते हैं। मच्छर बनने के बाद उड़ जाता है और यह दिन में काटता है।

इन लक्षणों का रखें ध्यान

डेंगू : यह मादा एडीज इजिप्टी मच्छर काटने से होता है। इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर लाल चकते पड़ते हैं। सिर के साथ पूरे शरीर में दर्द होता है। भूख कम लगती है और कमजोरी आती है। जी मिचलाने के साथ उल्टी-दस्त भी हो सकते हैं। चिकनगुनिया : एडीज मच्छर चिगनगुनिया के वायरस को भी फैलाते हैं। इसमें भी तेज बुखार आता है। जोड़ों में तेज दर्द होता है और लाल रंग के चकत्ते पड़ने के साथ इनमें खुजली व जलन भी होती है। मलेरिया : यह बीमारी एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है। इसमें सर्दी लगने के साथ बुखार आता है। शरीर में कमजोरी बढ़ती जाती है। सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है। सिर और मांसपेशियों में दर्द रहता है। थानाभवन थाने में भी मिला लार्वा

शामली : दिल्ली से आई एनवीबीडीसीपी की सेंट्रल क्रास चेकिग आर्गेनाइजेशन की टीम ने थानाभवन में भी सर्वे किया। थाने में जहां पर जब्त वाहन खड़े रहते हैं, वहां पर भी एडीज का लार्वा मिला। हालांकि नोटिस नहीं दिया गया और थानाध्यक्ष प्रभाकर कैंतुरा ने साफ-सफाई कराने का भरोसा दिया।

कस्बे की दो बस्तियों में भी चेकिग की गई और दो घरों में लार्वा मिलने पर जिला मलेरिया अधिकारी ने नोटिस दिया। टीम में मलेरिया इंस्पेक्टर विजय पाल, राजकुमार, विजय ठाकुर, सुबोध गौतम, उमेश कुमार के साथ जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय भी शामिल रहे।

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