छोटी नहर-रजवाहों की मनरेगा में हो रही सफाई

जिले में नहरों व रजवाहों की सफाई का काम हो रहा है। छोटी नहर व रजवाहों की सफाई मनरेगा के तहत कराई जा रही है और जाब कार्डधारकों को रोजगार भी मिल रहा है। सिचाई विभाग के अनुसार 15 नवंबर तक सफाई संबंधित कार्य पूरे हो जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Nov 2020 07:10 PM (IST) Updated:Fri, 06 Nov 2020 07:10 PM (IST)
छोटी नहर-रजवाहों की मनरेगा में हो रही सफाई
छोटी नहर-रजवाहों की मनरेगा में हो रही सफाई

शामली, जेएनएन। जिले में नहरों व रजवाहों की सफाई का काम हो रहा है। छोटी नहर व रजवाहों की सफाई मनरेगा के तहत कराई जा रही है और जाब कार्डधारकों को रोजगार भी मिल रहा है। सिचाई विभाग के अनुसार 15 नवंबर तक सफाई संबंधित कार्य पूरे हो जाएंगे।

हर साल 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक का समय नहरों-रजवाहों की सफाई कराने का होता है। पूर्वी यमुना नहर में पानी की आपूर्ति रोककर नहरों-रजवाहों में सिल्ट-झाड़ियों की सफाई कराई जा रही है। पूर्वी यमुना नहर खंड के उप राजस्व अधिकारी अंबुज चौधरी ने बताया कि इसके अलावा 37 नहर व रजवाहे हैं। उक्त में से 23 नहर-रजवाहे छोटे हैं, जिनकी सफाई का कार्य मनरेगा के तहत कराया जा रहा है। बड़ी नहर-रजवाहे के ठेके दिए हैं, जिनकी सफाई संबंधित अधिकांश कार्य मशीनों से होता है। कितने लोगों को मनरेगा में रोजगार मिला, इसकी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।

पूर्वी यमुना नहर की सफाई नहीं

उप राजस्व अधिकारी अंबुज चौधरी ने बताया कि बड़ी नहर यानि पूर्वी यमुना नहर की सफाई नहीं कराई जा रही है, क्योंकि इसकी सफाई का बजट 10-12 साल में एक बार मिलता है। वैसे फिलहाल सफाई की जरूरत भी नहीं है।

नहर-रजवाहे पर नहीं सिचाई की निर्भरता

नहर-रजवाहे में पानी होता है तो काफी लोग सिचाई करते हैं, लेकिन अब सिर्फ इनपर ही सिचाई की निर्भरता नहीं है। अधिकांश किसानों ने सबमर्सिबल पंप लगवाए हुए हैं।

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