शाहजहांपुर में भाजपा विधायक के बेटे पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप, महिला धरने पर बैठी

महिला ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटे पर सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज आरोप लगाया है। कार्रवाई की मांग करते हुए पीडि़ता कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Tue, 08 May 2018 05:40 PM (IST) Updated:Wed, 09 May 2018 08:57 AM (IST)
शाहजहांपुर में भाजपा विधायक के बेटे पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप, महिला धरने पर बैठी
शाहजहांपुर में भाजपा विधायक के बेटे पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप, महिला धरने पर बैठी

शाहजहांपुर (जेएनएन)। भारतीय जनता पार्टी के विधायक के बेटे पर एक महिला ने सनसनीखेज आरोप लगाया है। सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाकर यह महिला क्लेक्ट्रेट में धरना पर बैठी है। छह साल पहले विधायक रोशन लाल वर्मा और उनके पुत्र के खिलाफ दर्ज केस में गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीडि़ता परिवार के साथ कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गई। कुछ घंटे बाद ही अधिकारियों ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना खत्म कराया।

महिला ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटे पर सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज आरोप लगाया है। कार्रवाई की मांग करते हुए पीडि़ता कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गई। इसके बाद वहां पर आनन-फानन में अधिकारियों ने कार्रवाई का भरोसा दिलाकर धरना खत्म कराया। लंबे समय से चल रहे इस मामले की जांच सीबीसीआईडी कर रही है।

निगोही थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती ने 11 जुलाई 12 में विधायक रोशनलाल वर्मा और उनके पुत्र के खिलाफ अपहरण कर दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिस समय उनपर मुकदमा हुआ था, वह बसपा से विधायक थे। सूबे में सपा की सरकार सत्तारूढ़ थी। अब भाजपा विधायक हैं। मामला सीधे विधायक से जुड़ा होने के कारण विवेचना बरेली की सीबीसीआइडी को सौंपी गई, लेकिन थोड़े समय बाद जांच ठंडे बस्ते में चली गई।

पीडि़ता का आरोप है कि उसने एवं मामले के सभी गवाहों ने मुकदमे से जुड़े साक्ष्य तत्कालीन विवेचना अधिकारी को सौंप दिए थे। राजनीतिक दबाव के चलते विधायक की गिरफ्तारी नहीं की गई। पुलिस की ओर से उस पर समझौता के लिए दबाव बनाया गया। इतना ही नहीं, कई बार उसे एवं उसके परिवार वालों को जान से मारने की धमकी भी दी गई। छह वर्ष बाद भी न्यान मिलने पर वह कल दोपहर परिवार के साथ कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गई। कुछ घंटे बाद अधिकारियों ने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाकर धरना खत्म करा दिया। पीडि़ता ने गिरफ्तारी नहीं होने पर 11 मई को कलक्ट्रेट में आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। उसका कहना है कि भाजपा विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटे ने उसका अपहरण करके साथियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। वह पिछले कई वर्षों से इंसाफ की गुहार लगा रही है, लेकिन आरोपियों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।

 

पीडि़ता का आरोप है कि सात वर्ष पहले (वर्ष 2011) में उसका अपहरण करके सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। उसने थाना में जाकर केस दर्ज कराया था। इसके बाद इस केस से बचने के लिए विधायक ने अपने छोटे बेटे विनोद वर्मा से 2012 में उसकी शादी करा दी थी। एक वर्ष बाद दोनों अलग हो गए। उन दोनों की एक पांच वर्ष की बेटी भी है।

महिला का आरोप है कि विधायक सत्ता के दबाव में सीबीसीआईडी की जांच को आगे नहीं बढऩे दे रहे हैं। महिला पहले लखनऊ में धरने पर बैठी, लेकिन आश्वासन मिलने पर वो शाहजहांपुर वापस आ गई। आरोप है कि एक सपा नेता के इशारे पर डीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गई।

उसका कहना है कि जब तक भाजपा विधायक और उनके बेटे के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो जाती, तब तक धरने पर बैठी रहेगी। उसने चेतावनी दी है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वो वहीं आत्मदाह कर लेगी। इस प्रकरण में एक सपा नेता का नाम सामने आ रहा है। सपा जिलाध्यक्ष भी महिला के धरने को समर्थन दे रहे हैं।

सीबीसीआईडी कर रही है जांच

पुलिस के मुताबिक, 2011 में इस मामले आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 363 व 366 के तहत केस दर्ज किया गया था। उस वक्त जांच के दौरान आरोपियों के खिलाफ कोई पर्याप्त सबूत नहीं मिला था। इसके बाद इस केस को 2013 में बंद कर दिया गया। पूरे मामले की जांच सीबीसीआईडी कर रही है।

रोशन लाल वर्मा शाहजहांपुर की तिलहर सीट से भाजपा विधायक हैं। इन्होंने आठवीं तक की पढ़ाई की है। साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रोशन लाल बसपा से भाजपा में में शामिल हो गए थे। वह बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी थे। रोशन लाल वर्मा और इनके बेटे कई बार विवादों में आ चुके हैं।

विधायक ने आरोप खारिज किया

विधायक रोशनलाल वर्मा ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह छवि खराब करने के लिए राजनीतिक दुश्मनों का षड्यंत्र है। 

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