गंदगी के ढेर पर बैठे कानून के रखवाले
शाहजहांपुर : बीते साल डेंगू बुखार ने युवा सिपाही कुलदीप की जान ले ली। सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि अधिकार
शाहजहांपुर : बीते साल डेंगू बुखार ने युवा सिपाही कुलदीप की जान ले ली। सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि अधिकारी चाहकर भी कुछ नहीं कर सके। बावजूद इसके घटना से पुलिस-प्रशासन ने सबक नहीं लिया। कानून के रखवाले ही गंदगी के ढेर पर बैठे हुए हैं। अधिकांश थानों में जगह-जगह कचरे के ढेर दिखाई देते हैं।
सदर थाने के सामने कचरा
पुलिस की छवि शहर से ही बनती- बिगड़ती है। सदर-बाजार थाने के सामने कूड़ा सफाई के प्रति लापरवाही का प्रतीत है। यूं तो कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी नगरपालिका है लेकिन थाने के सामने कूड़ा पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। दो अक्टूबर से शुरू प्रधानमंत्री के विशेष सफाई अभियान के बाद उद्योगपति, हाकिम सभी ने झाड़ू उठा लिए। 'खाकी' को भी इसमें शामिल होना चाहिए। दूसरों के लिए न सही अपने लिए ही सफाई करें, ताकि कोई और बीमारी से न मरे।
'खाकी' खुद हो सतर्क, जागरूक
एक थाने में अमूमन सिपाही, दारोगा, थानेदार समेत करीब 50 की स्ट्रेंथ होती है। सिपाही अपने बैरक, दीवान अपने कार्यालय, थानेदार अपने चैंबर की सफाई करें तो थाने चमक उठेंगे। बहरहाल इसके लिए उच्चाधिकारी पहल करें तो थानों में खुद-ब-खुद स्वच्छता अभियान चल पड़ेगा।
ऐसे करें रोकथाम
1- पानी के सभी बर्तन, टंकी इत्यादि को पूरी तरह से ढक कर रखें।
2-कूलर, फूलदान में प्रत्येक सप्ताह पानी बदल दें।
3-कहीं भी पानी का जमाव न होने दें।
4- जहां जल जमाव है, वहां जला डीजल एवं किरोसिन डाल दें।
डेंगू के लक्षण
1-तेज बुखार होने लगता है।
3-सिर में तेज दर्द होना।
4-मांशपेशियों और जोड़ों में दर्द।
5-शरीर में चकत्ते निकल आते हैं।
6-दांत, मलद्वार, उल्टी के साथ खून का आने लगता है।
मलेरिया के लक्षण
1- सर्दी एवं कंपन के साथ एक-दो दिन छोड़कर बुखार ।
2- तेज बुखार, उल्टियां एवं सिर दर्द।
3- बुखार उतरते समय शरीर का पसीना-पसीना होना।
4-बुखार उतरने के बाद थकावट एवं कमजोरी होना।
बुखार होने पर क्या करें
1-बुखार आने पर रक्त की जांच कराएं।
2-एलिशा एवं पीसीआर टेस्ट कराएं।
3-जिला अस्पतालों में कॉर्ड टेस्ट उपलब्ध होता है।
हौव्वा नहीं डेंगू, मलेरिया : डॉ. अग्रवाल
शाहजहांपुर : वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एमएल अग्रवाल ने कहा कि डेंगू, मलेरिया हौव्वा नहीं है। बुखार होने पर झोला छाप के यहां जाने के बजाय सरकारी अस्पताल में इलाज कराएं। इससे डेंगू, मलेरिया की जांच में सही समय से जानकारी होने पर उसे ठीक करना बेहद आसान है। घरों में, पास-पड़ोस में सफाई का विशेष ख्याल रखें। एहतियात ही बचाव का सबसे बड़ा जरिया है।